गुरुत्वीय स्थिरांक

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न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के नियम के प्रयोग के लिए गुरुत्वाकर्षक स्थिरांक G बहुत जरूरी है

गुरुत्वीय स्थिरांक एक भौतिक नियतांक है जिसे 'G' के चिह्न से दर्शाया जाता है। इसका प्रयोग दो वस्तुओं के बीच में गुरुत्वाकर्षक बल का मान निकालने के लिए किया जाता है।

यदि एक वस्तु का द्रव्यमान m1 किलोग्राम है और दूसरी वस्तु का m2 किलोग्राम है तथा उन दोनों में दूरी ‘r’ मीटर है, तो उनके बीच में गुरुत्वाकर्षक बल F का मान निम्नलिखित सूत्र से निकाला जाता है:

<math>F=G\frac{m_1 m_2}{r^2} </math>

यहाँ G गुरुत्वाकर्षक स्थिरांक है। इसका मान इस प्रकार है:[१]

<math> G = 6.67428 \times 10^{-11} \ \mbox{m}^3 \ \mbox{kg}^{-1} \ \mbox{s}^{-2} = 6.67428 \times 10^{-11} \ {\rm N}\, {\rm (m/kg)^2}</math>

सन्दर्भ

  1. [P.J. Mohr, B.N. Taylor, and D.B. Newell (2011), "The 2010 CODATA Recommended Values of the Fundamental Physical Constants" (Web Version 6.0). This database was developed by J. Baker, M. Douma, and S. Kotochigova. Available: http://physics.nist.gov/constants स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। [Thursday, 02-Jun-2011 21:00:12 EDT]. National Institute of Standards and Technology, Gaithersburg, MD 20899.]

इन्हें भी देखें