गुरुडोंगमर झील
साँचा:infobox गुरुडोंगमर झील (Gurudongmar Lake) भारत के सिक्किम राज्य के उत्तर सिक्किम ज़िले में स्थित एक पर्वतीय झील है। यह 5,430 मीटर (17,800 फुट) पर है और हिन्दू व बौद्ध धर्मों के भक्तों के लिए पवित्र मानी जाती है। झील का नाम गुरु पद्मसम्भव पर पड़ा है, जो गुरु रिन्पोछे भी कहलाते हैं और जिन्होंने तिब्बती बौद्ध धर्म की स्थापना करी थी और जिन्होंने 8वीं शताब्दी में इस झील की यात्रा करी थी।[१][२]
विवरण
हिन्दुओं और बौद्धों के बीच लोकप्रिय यह झील सिक्किम की सबसे पवित्र झीलों में एक मानी जाती है। समुद्र तल से 17800 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह झील गंगटोक से 190 किलोमीटर की दूरी पर है। माना जाता है कि झील में हमेशा बर्फ जमी रहती थी और यहां पीने के पानी का अभाव था। जब गुरू पद्मसंभव यहां से गुजर तो स्थानीय लोगों ने उनसे पानी की व्यवस्था करने को कहा। लोगों की इस समस्या से निदान के लिए गुरू ने झील का एक हिस्सा स्पर्श किया और बर्फ पिघल गई। कहा जाता है कि कडाके की ठंड में भी झील का यह हिस्सा बर्फ में तब्दील नहीं होता। इस झील को देखने के लिए हमेशा सैलानियों का आना-जाना लगा रहता है।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ साँचा:cite book