गायरी
गायरी समाज, प्राचीन एवं प्रतिष्ठित समाज में से एक है। यह समुदाय गारी,[१] गायरी,[२] गाडरी,[३] गडरिया [४] और मेवाड़ा गायरी नाम से भी जाना जाता है। यह एक अति प्राचीन जाती है। खेती और पशुपालन भारतीय लोगो का मुख्य व्यवसाय रहा है। इस जाती के लोग भी इसी व्यवसाई से जुड़े हुए लोग है।
मेवाड़ा धनगर गायरी | |
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वर्ण | क्षत्रिय |
वेद | यजुर्वेद |
कूलदेवता | शिव |
कूलदेवी | चामुंडा |
धर्म | हिन्दू |
भाषा | क्षेत्र आधार |
क्षेत्र | मध्यप्रदेश,उत्तरप्रदेश, राजस्थान, हरयाणा, महाराष्ट्र
कुल 26 राज्यों के निवासी |
जाती एवं उपजातियां
- जाती - उपजाति एवं उनके क्षेत्र
मध्य प्रदेश - गारी, गायरी, गाडरी, पाल, बघेल
उत्तर प्रदेश - गड़रिया,पाल,बघेल
राजस्थान - गड़रिया, गायरी, गाडरी, पाल,बघेल
गुजरात - गड़रिया, पाल, बघेल, भारवाड़
दिल्ली - गड़रिया, पाल, बघेल
हरयाणा - गड़रिया, पाल, बघेल
पंजाब - गड़रिया, पाल
महाराष्ट्र - धनगर, हटकर, खुटेकर
उत्तराखंड,कर्नाटक - कुरुबा
तमिलनाडु - कुरुम्बा, कुरुम्बर
तेलगाना,आंध्र प्रदेश - कुरुमा, कुरुबा
नेपाल - गड़रिया, पाल, भेड़िहार, गड़ेरी
छत्तीसगढ़ - गड़रिया, पाल, पाली
बंगाल - गड़रिया, गड़ेरी, पाल
बिहार, झारखंड - गड़रिया, पाल, भेड़िहार, गड़ेरी
झारख - गड़रिया, पाल, भेड़िहार, गड़ेरी ड,
गोवा - धनगर, हटकर, खुटेकर
हिमाचल प्रदेश - गड़रिया, पाल, गद्दी
भोजन
गारी, गायरी, गाडरी, गड़रिया जाति का मुख्य काम पशुपालन का है तो इनका भोजन मुख्य रूप से दूध, दही, घी, बाजरे की रोटी साथ देशी सब्जियां सहित शुद्ध शाकाहारी भोजन करते है।
उत्पत्ति
गारी, गायरी की उत्पति गाडरी शब्द से हुई है और गाडरी शब्द गड़रिया से सम्बोधित है गड़रिया की दो मुख्य शाखा एक धनगर और दूसरी निखर है,धनगर शब्द ज्यादा प्रचलित है जिसका अर्थ पशुधन से एवं निखर शब्द का अर्थ कठिनाइयों से गुजरने वाला होता है जो की मुलत:धनगर ही है । [५][६][७][८][९]
यह भी देखे
पशुपालक श्रेणी
गायरी या गाडरी भारतीय राज्य राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र का एक जाति-समूह है, इन्हें पशुपालक जातियों की श्रेणी में रखा जाता था।[१०]राजस्थान सरकार ने एक अधिसूचना द्वारा गुर्जर एवं चार अन्य तीन जातियों के साथ इस जाति को अन्य पिछडा वर्ग (ओबीसी) में शामिल किया है, जबकि पहले यह जातियां विशेष पिछडा वर्ग (एबीसी) में शामिल थीं। [११]
सन्दर्भ
- ↑ Mehta, S. C.; Vij, P. K.; Joshi, B. K.; Sahai, R.; Nivsarkar, A. E. (1995-04). "CHARACTERIZATION AND CONSERVATION OF THE MALPURA SHEEP BREED". Animal Genetic Resources Information. 16: 75–82. doi:10.1017/s1014233900000523. ISSN 1014-2339.
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- ↑ Rattá, G.A.; Vega, J.; Murari, A.; Gadariya, D.; JET Contributors (2021-10-13). "PHAD: a phase-oriented disruption prediction strategy for avoidance, prevention, and mitigation in JET". Nuclear Fusion. 61 (11): 116055. doi:10.1088/1741-4326/ac2637. ISSN 0029-5515.
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has generic name (help) - ↑ Nugroho, Setyo Prasiyono; Nur Islami, Given Mona Erythrea; Setiaji, Yudi (2019). "Tourists' Motivation in Visiting nDalem Prince Joyokusuman (Gadri Resto) Yogyakarta as a Gastronomy Tourism Destination". Proceedings of the 1st NHI Tourism Forum. SCITEPRESS - Science and Technology Publications. doi:10.5220/0009319800370042.
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- ↑ Karmakar, B.; Vasu, T. S.; Malhotra, K. C.; Bhanu, B. V. (1996-09-10). "Variation in palmar interdigital ridge-counts among the 20 Dhangar castes of Maharashtra, India". Anthropologischer Anzeiger. 54 (3): 239–253. doi:10.1127/anthranz/54/1996/239. ISSN 0003-5548.
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- ↑ Abbas, Nikhar (2021-08-17). "Response to Reviewer Comments". doi:10.5194/wes-2021-19-ac1.
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