गर्भनली
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गर्भनलियाँ डिम्बवाहिनियां, फैलोपियन ट्यूब्स' | |
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स्त्री शरीर रचना का सामने का दृश्य आरेख | |
गर्भाशय और अतिरिक्त का पृष्ठ दृश्य (ऊपर बायें और दायें से गर्भनलियां दृश्य) | |
लैटिन | ट्यूब यूटेरीना |
ग्रे की शरीरिकी | subject #267 1257 |
पूर्वगामी | मुलेरियन डक्ट |
एमईएसएच | {{{MeshNameHindi}}} |
गर्भनलियां या डिम्बवाहिनियां गर्भाशय के ऊपरी भाग के दोनों ओर से निकलती है तथा दोनों तरफ कूल्हे की हडिड्यों तक जाती है। इनकी लम्बाई लगभग १० सेमी और मोटाई लगभग आधा सेमी तक लम्बी होती है। दोनों ओर इसका आकार एक कीप की तरह का होता है। इस कीप का अंतिम छोर लम्बी-लम्बी अंगुलियों की तरफ होता है जिसको तंत्रिकाएं कहते है। इनका प्रमुख कार्य डिम्बग्रंथियों से निकले अंडे को घेरकर उसे वाहिनियों मे भेजना होता है। यह नलियां मांसपेशियों से बनी, तथा इनके अंदर की दीवार एक झिल्ली की बनी होती है जिसको म्यूकस झिल्ली कहते है।
डिम्बग्रंथियों से पकड़े अंडे, वाहिनियों के आगे के भाग में जाकर रूकते है। जहां ये पुरूष के शुक्राणु के साथ मिलकर एक नये जीवन का निर्माण होता है। स्त्री जनन अंग में इस संरचना को जाइगोट कहते है। जाइगोट के चारों तरफ एक खास परत उत्पन्न होती है।