गरुडासन

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गरुडासन
1. :- सीधे खड़े होकर अपने बाऐं पेर को सीधा रखें और दाऐं पेर को बाऐं पेर के घुटने के ऊपर से रखकर दाऐं पेर को बाऐं पेर कि पिंडली के पीछे कस दें तथा अपनें हाथों को आपस में इस प्रकार कसें कि दाऐं हाथ की कोहनी के नीचे से बाऐं हाथ को लगाकर उसे ऊपर बाऐं हाथ के साथ सर्पीलाकार घुमा कर दौनो हाथौं को आपस में मीला लें । 2. :- अब इस स्थिति में 15 से 20 सेकेन्ड तक रहें।

3. :- इस आसन को 3 से 5 बार करें।

4. :- इस आसन को किसी प्रशिक्षक कि जानकारी में करें। लाभ :- शरीर में स्थिरता आति हें । हाथ व पैरों कि स्नायू शक्तिशाली होती हे।घुटने और कोहनियों व अन्य जोड़ो के दर्द को खत्म करता हें।