गढ़वी
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गढ़वी (गुजराती : ગઢવી) गुजरात के चारणों की एक सम्मानजनक उपाधि है। [१] प्राचीन समय में, चारण गढों (किलों) के स्वामी अथवा नियंत्रक थे, इसलिए उन्हें गढ़वी के नाम से जाना जाने लगा। [२] [३] गढ़वी, चारण का ही पर्याय है और उनके द्वारा उपनाम के रूप में प्रयोग किया जाता है। [४] [५]
व्युत्पत्ति
गढ़वी शब्द अर्ध- प्राकृत गढ़ (किला) और अर्ध- संस्कृत पति (स्वामी) शब्दों से उत्पन्न हुआ है, यानी एक किले का स्वामी या रक्षक। किले के स्वामियों को गढ़पति कहा जाता था जो प्राकृत गडना-वाई के माध्यम से गढ़वी में बदल गया। [६]
उल्लेखनीय लोग
- जिगरदान गढ़वी
- संजय गढ़वी
- कीर्तिदान गढ़वी
- भिखुदान गढ़वी
- आदित्य गढ़वी
- दादूदन गढ़वी
- मुकेश गढ़वी
- बीके गढ़वी
- शंभूदान गढ़वी
- मिलिंद गढ़वी
- पिंगलशी ब्रह्मानंद गढ़वी
संदर्भ
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