ख्यात
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ख्यात इतिहास-सम्बन्धी साहित्य है जिसके लेखन का प्रचलन भारत के उन क्षेत्रों में था जिसे आजकल राजस्थान के नाम से जाना जाता है। अर्थात ख्यात ऐतिहासिक दस्तावेज हैं। कुछ प्रसिद्ध ख्यात निम्नलिखित हैं-
- मुंहता नैणसी री ख्यात,
- जोधपुर राज्य री ख्यात,
- उदयभाण चांपावत री ख्यात,
- मुन्दियाड़ री ख्यात
- बांकीदास री ख्यात
- दयालदास री ख्यात
- मारवाड़ री ख्यात
- जैसलमेर री ख्यात
- जसवंतसिंघ री ख्यात
परिचय
‘ख्यात’ शब्द मूलतः संस्कृत का शब्द है। ‘ख्या’ धातु में ‘क्त’ प्रत्यय जुड़ने से ‘ख्यात’ शब्द बना हैै, जिसका अर्थ है 'भूतकाल की घटनाओं का वर्णन' या 'भूतकाल को ज्ञात करना'। ख्यातकारों ने ‘ख्यात’ शब्द का प्रयोग 'इतिहास' के रूप में ही किया था। लुईजीपीयो टेस्सीटोरी सर्वप्रथम एवं सर्वाधिक ख्यातों को प्रकाश में लाने वाले व्यक्ति थे। टेस्सीटोरी का सर्वेक्षण न सिर्फ भाषा विज्ञान की दृष्टि से अपितु साहित्य में इतिहास के निर्धारण की दृष्टि से भी श्रेष्ट था।
सन्दर्भ
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
- ख्यात साहित्य और इतिहास: एक विश्लेषण (साहित्यसेतु)