खट्वांग

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
Khatvanga
Khatvangam.jpg
Khatvanga
देवनागरी साँचा:lang
संस्कृत लिप्यंतरण साँचा:transl
जीवनसाथी साँचा:if empty
संतान साँचा:if empty

स्क्रिप्ट त्रुटि: "check for unknown parameters" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।

खट्वांग (1) शिव के अवतार भैरव के हाथ का एक आयुध। इसमें दंड के ऊपर पशु के खुर के बीच मानव कपाल लगा होता है। योगी और संन्यासी भी इस आयुध का उपयोग करते हैं। लोकजीवन में इसे जादू की लकड़ी कहा जाता है।

(2) सूर्यवंशी राजा विश्वसह का पुत्र। इसने देवदानव युद्ध के समय स्वर्ग जाकर देवताओं की बड़ी सहायता की थी। वायु पुराण में इस राजा की बड़ी महिमा गाई गई है।[१] राजा खट्वाङ्ग ने अपने जीवन के अंतिम दो घड़ी में ही मोक्ष प्राप्त करने का प्रयास किया और उसे भगवान की प्राप्ति हुई।([२])

(3) राजा खट्वांग से ही खटाणा गोत्र पडा़ | यह गोत्र गुर्जर जाति में पाई जाती है |

संदर्भ

१.वायुपुराण

२.भागवत पुराण ग्यारहवां स्कंध, अध्याय २३