क्षोभी आंत्र विकार

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इरीटेबल बावल सिंड्रोम
वर्गीकरण एवं बाह्य साधन
आईसीडी-१० K58.
आईसीडी- 564.1
डिज़ीज़-डीबी 30638
मेडलाइन प्लस 000246
ईमेडिसिन med/1190 
एम.ईएसएच D043183

क्षोभी आंत्र विकार या इरीटेबल बाउल सिंड्रोम आँतों का रोग है जिसमें पेट में दर्द, बेचैनी व मल-निकास में परेशानी आदि होते हैं।[१] इसे स्पैस्टिक कोलन, इरिटेबल कोलन, म्यूकस कोइलटिस जैसे नामों से भी जाना जाता है। यह आंतों को खराब तो नहीं करता लेकिन उसके संकेत देने लगता है। पुरुषों की तुलना में महिलाएं इस बीमारी से अधिक प्रभावित होती हैं।

इस रोग का कारण ज्ञात नहीं है। कब्ज या अतिसार (दस्त) की शिकायत हो सकती है या कब्ज के बाद अतिसार और उसके बाद कब्ज जैसी स्थिति भी देखने को मिलती है।

इसकी कोई चिकित्सा भी नहीं है। किन्तु कुछ उपचार अवश्य हैं जिनके द्वारा लक्षणों से छुटकारा दिलाने की कोशिश की जाती है, जैसे भोजन में परिवर्तन, दवा तथा मनोवैज्ञानिक सलाह आदि।

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ