क्रिस्टलता
क्रिस्टलता (crystallinity) किसी ठोस पदार्थ में ढांचे की सुव्यवस्था के माप को कहते हैं। क्रिस्टलों में परमाणु या अणु एक नियत व आवर्ती क्रम में सज्जित होते हैं। क्रिस्टलता काष्ठा (degree of crystallinity) का पदार्थ की कठोरता, घनत्व, पारदर्शिता और विसरण के गुणों पर भारी प्रभाव पड़ता है।
विविध पदार्थों की क्रिस्टलता
गैस में अणुओं व परमाणुओं के स्थान बिलकुल अनियमित और बेतरतीब होते हैं इसलिए उसकी क्रिस्टलता शून्य बताई जाती है। द्रव और कांच जैसे अनियत ठोस एक माध्यमिक अवस्था समझी जाती है, जिनमें कुछ अणुओं व परमाणुओं के पैमाने पर तो सुव्यवस्था दिखती है लेकिन उस से अधिक पर अव्यव्स्था। दो या उस से अधिक बने मिश्रातुओं में उच्च क्रिस्टलता तो होती है लेकिन उनमें कई स्वतंत्र अधिक क्रिस्टलता वाले अलग-अलग क्षेत्रों के कण एक दूसरे से जुड़े होते हैं। सबसे अधिक दोषहीन क्रिस्टल अर्धचालक इलेक्ट्रॉनिकी (semiconductor electronics) में बनाए जाने वाले सिलिकॉन बूल होते हैं जिसमें पूरा-का-पूरा बूल बिना किसी कण-सीमा रखने वाला एक ही क्रिस्टल होता है।[१]
कांच-मृतिकाशिल्प (glass-ceramics) और कुछ पॉलीमर में क्रिस्टल और अनियत भाग मिले हुए होते हैं और उनमें क्रिस्टलता माप उनके आयतन (वोल्यूम) या भार का वह प्रतिशत होता है को क्रिस्टलीय हो। किसी पदार्थ की क्रिस्टलता को एक्स-किरण क्रिस्टलिकी और रमन वर्णक्रमीयता द्वारा मापा जा सकता है, लेकिन इसके लिए कैलोरीमिति तकनीकें भी अक्सर प्रयोग होती हैं।[२][३]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Microcrystaline and Nanocrystalline Semiconductors - 2000 स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।," Volume 638, Materials Research Society symposia proceedings; J. M. Buriak, L. T. Canham, P. M. Fauchet, B. E. White, Jr, N. Koshida; Materials Research Society, 2001
- ↑ "Crystals and Crystallinity in Polymers: Diffraction Analysis of Ordered and Disordered Crystals," Claudio De Rosa and Finizia Auriemma, John Wiley & Sons, 2013, ISBN 978-1-11869-079-6
- ↑ "A Text Book of Fibre Science and Technology," S. P. Mishra, New Age International, 2000, ISBN 978-8-12241-250-5, ... The percentage crystallinity can be presented as a fraction or percentage either by weight or volume ...