कोरोमंडल एक्स्प्रेस २८४१

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कोरोमंडल एक्सप्रेस नलपुर
कोरोमंडल एक्सप्रेस राह नक्शा

कोरोमंडल एक्स्प्रेस 12841 भारतीय रेल द्वारा संचालित एक मेल एक्स्प्रेस ट्रेन है। यह ट्रेन हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड:HWH) से 02:50PM बजे छूटती है और चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड:MAS) पर 05:15PM बजे पहुंचती है। इसकी यात्रा अवधि है 26 घंटे 25 मिनट।

कोरोमंडल एक्सप्रेस भारतीय रेल की प्रमुख वाहको में से एक है। यह एक सुपरफास्ट ट्रेन है जो दैनिक भारत के पूर्वी तट के हावडा (कोलकाता) में हावडा स्टेशन (एचडबल्युएच) और चेन्नाई में चेन्नाई सेंट्रल (मास) के बीच चलती है। यह आईआर के इतिहास में पहली सुपरफास्ट ट्रेन में से एक है। बंगाल की खाडी के साथ भारत के पूर्वी तट को कोरोमंडल तट कहा जाता है इसलियए इस ट्रेन को यह नाम दिया गया है क्योंकि यह कोरोमंडल तट की पूरी लंबाई की सफर करती हैІ यह ट्रेन दक्षिण पूर्व रेलवे क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

इतिहास

चोला राजवंश की जमीन को तमिल में चोलामंडलम कहा जाता है जिसका शाब्दिक अनुवाद “चोलो के दायरे” में होता है वहाँ से कोरोमंडल आया है। कोरोमंडल तट भारतीय प्रायद्वीप के दक्षिण तट को दिया गया नाम है।

समय

ट्रेन संख्या १२८४१ और १२८४२ हैІ १२८४१ १४.५० बजे हावडा से रवाना होती है और अगले दिन १७.१५ बजे चेन्नाई सेंट्रल पर आती है। १२८४२ ८.४५ बजे चेन्नई सेंट्रल से रवाना होती है और (फिर से, अगले दिन्) १२.०० बजे हावडा आती है। [१] हर एक रास्ते पर मार्ग १६६२ किमी की दूरी शामिल करती है।

इंजन की कडीयॉ

ट्रेन सीएलडबल्यु द्वारा बनाये गए डबल्युएपी – ४ वर्ग विध्युत इंजनो से खिंची जाती है जो हावडा से विशाखापट्टनम तक दक्षिण पूर्व रेल्वे के संत्रागची विध्युत इंजन शेड के दवारा अनुरक्षित है और बाद में रेल्वे बोर्ड द्वारा दी गई मंजूरी के अनुसार इंजन कडियो को रोयापुरम आधारित इंजन से चेन्नाई तक जोडा जाता है। यह ५००० एचपी इंजन १३० किमी प्रति घंटे दोडने की क्षमता से लगाये गए हैं लेकिन अनुभागीय गति की सीमा की वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस ११० किमी प्रति घंटे से १२० किमी प्रति घंटे की अधिकतम अनुमत गति से चलती है। विध्युतीकरण के तुरंत बाद ट्रेन चेन्नाई से हावडा तक सिकंदराबाद (लल्लागुडा) आधारित डबल्युएपी – ४ इंजन से खिंची जाती है लेकिन विशाखापट्टनम में इंजन को उलटा करने के लिए आवश्यक अत्यधिक समय और मुश्किल की वजह से बाद में इसे हावडा से विशाखापट्टनम तक संत्रागची इंजन से और विशाखापट्टनम से चेन्नाई तक ईरोड आधारित इंजन से चलाने का निर्णय लिया गया। जब रोयापुरम शेड चेन्नाई के पास आता है तब रोयापुरम आधारित इंजन विशाखापट्टनम से चेन्नाईतक खिंचने के लिए उपयोग में लिया जाता है।

गति

यह ट्रेन १२० किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति के साथ २७ घंटे ५ मिनट के कुल समय में १६६२ किमी की कुल दूरी तय करती है। यह भारतीय रेल के इतिहास में पहली सुपरफास्ट ट्रेन में से एक है। यह ट्रेन आमतौर पर सेवा के राजा के रूप में जानी जाती है। और भारतीय रेल की इस मार्ग पर चलने वाली सबसे तेज ट्रेन में से एक है और दक्षिण पूर्व क्षेत्र में हावडा से चेन्नाई [२] तक और चेन्नाई से हावडा तक के उसके सफर के दौरान किसी भी अन्य ट्रेन के मुकाबले और अन्य सभी ट्रेन जैसे कि राजधानी एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और भारतीय रेल की अन्य सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में से सर्वोच्च प्राथमिकताओ में से एक भी प्राप्त करती है। [३]

संरचना

रेक में १२ स्लीपर, ६ वातानुकूलित डिब्बे (१ एसी, २ एसी, ३ एसी), पेंट्री कार, ३ सामान्य बेठक और २ एसएलआर होते हैं। यह ट्रेन हावडा चेन्नाई मेल के साथ अपने रेक बाटती है इस प्रकार कोरोमंडल एक्सप्रेस की एक रेक में सीबीसी रेक के साथ २४ डिब्बे होते हैं। जल्द ही इस ट्रेन को एलएचबी रेक मिलेगा|

सन्दर्भ

  • ट्रेन की एक झलक” दिसम्बर २००६ में भारतीय रेल्वे द्वारा प्रकाशित समय सारिणी

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