केलिप्सो (चंद्रमा)

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केलिप्सो
N00151485 Calypso crop.jpg
कैसिनी से प्राप्त केलिप्सो की छवि
(13 फ़रवरी 2010)
खोज
खोज कर्ता साँचा:plainlist
खोज की तिथि 13 मार्च 1980
उपनाम
विशेषण केलिप्सो
अर्ध मुख्य अक्ष 294,619 किमी
विकेन्द्रता 0.000
परिक्रमण काल 1.887802 दिवस
झुकाव 1.56° (शनि के विषुव वृत्त से)
स्वामी ग्रह शनि
भौतिक विशेषताएँ
परिमाण 30.2×23×14 किमी साँचा:sfn
माध्य त्रिज्या 10.7 ± 0.7 किमी साँचा:sfn
घूर्णन तुल्यकालिक
अक्षीय नमन शून्य
अल्बेडो1.34 ± 0.10 साँचा:nowrap

केलिप्सो (Calypso) (/kəˈlɪps/ साँचा:respell; साँचा:lang-el), शनि का प्राकृतिक उपग्रह है। यह 1980 मे डान पास्कु, पी कैनिथ सीडलमेन, विलियम ए बौम और डगलस जी क्युरी द्वारा भूआधारित प्रेक्षणों से खोजा गया तथा साँचा:nowrap पदनाम से नवाजा गया (1980 में खोजा गया शनि का 25 वां उपग्रह)।साँचा:sfn बाद के महीनों में, कई अन्य छद्मवेषी प्रेक्षित हुए यथा : साँचा:nowrap, साँचा:nowrap,साँचा:sfn साँचा:nowrap,साँचा:sfn और साँचा:nowrapसाँचा:sfn 1983 में यह आधिकारिक तौर पर पौराणिक यूनानी पात्र केलिप्सो पर नामित हुआ था। यह सेटर्न XIV या टेथिस C तौर पर भी नामित है।

केलिप्सो की कक्षा टेथिस की कक्षा के लगभग बराबर है और यह टेथिस के पीछे ६० के अंश पर मौजूद रहते हुए शनि ग्रह की परिक्रमा करता रहता है। इस बात का पता सबसे पहले [[#साँचा:sfnRef|सीडेलमान]] ने १९८१ में लगाया। साँचा:sfn टैलेस्टो (चंद्रमा) इसकी विपरीत दिशा में टेथिस से आगे ६० के अंश पर मौजूद रहता है और दोनो के आगे आगे चलता है। टैलेस्टो और केल्पिसो को टेथिस के ट्रोजन या ट्रोजन चंद्रमा भी कहते हैं। कुल ४ ज्ञात ट्रोजन श्रेणी के चंद्रमाओं में दो ये ही हैं।

शनि के अन्य चंद्रमाओं की तरह ही केलिप्सो भी बेतरतीब आकार का है। यहाँ उंचे नीची खाईयाँ, सतह पर ढीली अव्यव्स्थित मिट्टी पाई जाती है जिसकी वजह से इसकी सतह को दूर से देखने पर यह चमकदार और मुलायम मालूम पडता है।

चित्रमाला


सन्दर्भ