कष्टहरणी भवानी मंदिर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
कष्टहरणी भवानी मंदिर
लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
कष्टहरणी भवानी मंदिर
धर्म संबंधी जानकारी
सम्बद्धतासाँचा:br separated entries
अवस्थिति जानकारी
अवस्थितिसाँचा:if empty
लुआ त्रुटि Module:Location_map में पंक्ति 422 पर: No value was provided for longitude।
वास्तु विवरण
प्रकारशाक्त मंदिर
निर्मातासाँचा:if empty
ध्वंससाँचा:ifempty
साँचा:designation/divbox
साँचा:designation/divbox

साँचा:template otherस्क्रिप्ट त्रुटि: "check for unknown parameters" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।साँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main other

कष्टहरणी भवानी मंदिर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के करीमुद्दीनपुर ग्राम में स्थित है। इस धाम के बारे में मान्यता है कि यह पद्मपुराण और वाल्मीकि रामायण में वर्णित देवी का वो मंदिर है जहां भगवान राम ने गुरु विश्वामित्र और अनुज लक्ष्मण के साथ अयोध्या से बक्सर जाते समय पूजा अर्चना की थी।[१]

महात्म्य

पौराणिक कथाओं के अनुसार यह स्थान पहले दारुकवन के नाम से प्रसिद्ध था। तो वहीं जनश्रुतियों के अनुसार वानप्रस्थ के समय महाराज युधिष्ठिर अपने भाइयों, पत्नी द्रौपदी व कुल पुरोहित धौम्य ऋषि के साथ इस स्थान पर कुछ दिनों तक विश्राम करते हुए देवी की पूजा-अर्चना की थी। त्रेता युग में राम-लक्ष्मण ने अपने गुरु विश्वामित्र के साथ आयोध्या से बक्सर जाते समय देवी के पूजन-अर्चन के पश्चात विश्राम कर बक्सर जाकर ताड़का का बध किया। अघोरेश्वर बाबा कीनाराम को तो मां कष्टहरणी ने स्वयं अपना प्रसाद प्रदान कर पहली सिद्धी से परिपूर्ण किया था।[२]

सन्दर्भ

साँचा:reflist