कलामंडलम बिंधुलेखा
कलामंडलम बिंधुलेखा | |
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जन्म |
बिंधुलेखा |
व्यवसाय | भित्ति चित्रकार, नृत्यांगना |
कार्यकाल | 2001-वर्तमान |
जीवनसाथी | माधव रामदासन |
कलामंडलम बिंधुलेखा एक भित्ति चित्रकार और मोहिनीअट्टम और भरतनाट्यम नृत्यांगना हैं जो कि केरल राज्य, भारत से हैं।[१] वह केरल राज्य में मंदिर में चित्रकारी करने वाली पहली महिला भित्ति चित्रकार हैं।[२]
प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूमि
कलामंडलम बिंधुलेखा, मोहिनीअट्टम और भरतनाट्यम में डिप्लोमा धारक हैं और केरल कलामंडलम से स्नातक हैं। उन्होंने भित्ति चित्रण, ममियुर कृष्णन कुट्टी नायर के शिष्य सदानंदन के काम से आकर्षित होकर शुरू किया।[३] उन्हें छः साल के लिए इस शैली में प्रशिक्षित किया गया।
शैली
कलामंडलम बिंधुलेखा का काम मुख्य रूप से पारंपरिक भित्ति चित्र और समकालीन कला को सम्मिश्रित करने के बारे में है, ताकि उसे आधुनिक रूप मिल सके। उनकी भित्ति रचनाओं में नई शैली और नीले रंग जैसे असामान्य रंग शामिल हैं।
कला कैरियर
तृश्शूर के तिरूर वडाकुरुम्बकावु मंदिर में उनका पहला काम किसी महिला कलाकार द्वारा केरल मंदिर में की जाने वाली पहली भित्ति चित्रकारी मानी जाती है। भित्ति चित्रकला को पूरा करने में दो साल का समय लगा जिसमें देवी के तीन रूप शामिल थे - सरस्वती (सफेद रंगों में), भद्रकाली (गहरे नीले रंग में) और महालक्ष्मी (लाल रंग के रंगों में)। पेंटिंग "राजस तमस सतवा" विषय पर आधारित थी।[४] तृश्शूर में केरल ललितकला अकादमी आर्ट गैलरी में भित्ति चित्रों की उनकी पहली एकल प्रदर्शनी 2004 में आयोजित की गई थी। वह बैंगलोर और मुंबई में आयोजित समूह प्रदर्शनियों का भी हिस्सा रही हैं।
व्यक्तिगत जीवन
कलामंडलम बिंधुलेखा की शादी मलयालम फिल्म निर्देशक माधव रामदासन से हुई है।