कर्नाटक हिजाब विवाद, २०२२
कर्नाटक हिजाब विवाद, २०२२ हाल के दिनों में भारत के कर्नाटक राज्य में उत्पन्न एक मामला है जो तब सामने आया जब एक कॉलेज में हिजाब पहनी छात्राओं को कक्षाओं में प्रवेश की अनुमति नहीं दी। बाद में 5 फरवरी 2022 को कर्नाटक सरकार द्वारा कॉलेजों में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया गया। कर्नाटक के कुछ कॉलेजों में हिजाब पहनने पर रोक लगाने के बाद कर्नाटक के उच्च न्यायालय में भी दो याचिकाएं दायर की गई हैं।[१]
8 फरवरी 2022 को कर्नाटक में मुसलमान छात्त्राओं द्वारा हिजाब पहनने के विवाद तेज हो गया, जिसके बाद राज्य सरकार ने अगले तीन दिनों के लिए हाई स्कूल और कॉलेज बंद करने की घोषणा की।[२][३]
परिप्रेक्ष्य
दिसंबर 2021 के अंत और जनवरी 2022 की शुरुआत में राज्य के कई कॉलेजों में हिजाब को लेकर छात्राओं और प्रशासन के बीच विवाद बन चुकी थी, लेकिन फरवरी 2022 की शुरुआत में विवाद और तेज हो गए थे।[४]
मामला न्यायालय में
उडुपी के गवर्नमेंट पीयू कॉलेज फॉर विमेन की कई छात्राओं ने याचिका दायर कर कहा कि "हिजाब पहनना उनका संवैधानिक अधिकार है।"[५] १० फरवरी को उच्च न्यायालय ने अपने एक आदेश में कहा कि जब तक इस विषय में निर्णय नहीं आ जाता, तब तक छात्र-छात्राएँ किसी भी प्रकार का मजहबी परिधान धारण करके विद्यालय/महाविद्यालय न आयें। ११ फरवरी को भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में त्वरित सुनवाई करने से मना कर दिया। [६]
प्रतिक्रिया
व्यक्ति प्रतिक्रिया
- आरिफ़ मोहम्मद ख़ान - केरल के राज्यपाल श्री आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने कहा कि पहले लड़कियों को जमीन में गाड़ दिया जाता था, अब उन्हें पर्दे में रखकर दबाया जाता है।[७]
- मलाला युसुफ़्ज़ाई – अपने ट्वीट पर मलाला ने कहा कि हिजाब पहनने वाली लड़कियों को स्कूल में प्रवेश करने से रोकना भयानक है। उन्होंने कहा कि कम या ज्यादा कपड़े पहनने के मामले में अभी भी महिलाओं के खिलाफ आपत्ति है और भारतीय नेताओं से मांग की कि मुस्लिम महिलाओं को मुख्यधारा से अलग करने की प्रक्रिया को उनलोगों को रोकना चाहिए।[८][९]
- पॉल पोग्बा ने शेयर किए गए एक वीडियो में लिखा है, ‘भारत में हिंदुत्व की भीड़ ने कॉलेज में मुस्लिम लड़की को हिजाब पहनने पर परेशान किया।'[१०]
- शाह महमूद कुरैशी - पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा, "मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा से वंचित करना मौलिक मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। किसी को भी इस मौलिक अधिकार से वंचित करना और उन्हें हिजाब पहनने के लिए आतंकित करना बिल्कुल दमनकारी है।"[११][१२][१३]
दलीय प्रतिक्रिया
- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ - के 'मुस्लिम राष्ट्रीय मंच' ने अपने बयान पर कहा कि हिंदू संस्कृति महिलाओं का सम्मान करना सिखाती है और जो लोग 'जय श्री राम' के नारा लगाकर लड़की को आतंकित करने की कोशिश किए हैं, वे गलत थे।[१४]
- विश्व हिंदू परिषद - नेता ने हिजाब विवाद को "जिहादी आतंकवाद को बढ़ावा देने की साजिश" करार दिया और कहा कि मुस्लिम छात्र कॉलेज परिसरों में "हिजाब जिहाद" का प्रयास कर रहे थे।[१५][१६]
इन्हें भी देखें
- समान नागरिक संहिता
- पंथनिरपेक्षता
- छद्म धर्मनिरपेक्षता
- भारत में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा
- कुरान की आलोचना
- फ्रांस द्वारा चेहरा ढकने पर प्रतिबन्ध
बाहरी कड़ियाँ
सन्दर्भ
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- ↑ सुप्रीम कोर्ट ने जल्द सुनवाई से किया इनकार, कर्नाटक HC के अंतरिम आदेश के खिलाफ दी गई थी याचिका
- ↑ 'Girls Were Buried Under Earth in Past, Now They're Suppressed with Veil': Kerala Guv on Hijab Row
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- ↑ https://www.siasat.com/hijab-issue-has-become-jihad-says-vishwa-hindu-parishad-leader-2272452/
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