एलवीडीटी

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LVDT का कटा-हुआ दृष्य : प्राइमरी क्वायल (A) में वोल्टेज लगाया जाता है जिससे सेकेण्डरी में वोल्टता उत्पन्न होती है। इस उत्पन्न वोल्तता का मान आर्मेचर की स्थिति पर निर्भर करता है।

एलवीडीटी (LVDT) या लिनियर वैरिएबल दिफरेंशियल ट्रांसफार्मर एक युक्ति है जो रैखिक विस्थापन मापने के काम आती है। यह ट्रांसफॉर्मर के सिद्धान्त पर काम करती है। इसी तरह की एक अन्य युक्ति कोणीय विस्थापन के मापन में प्रयुक्त होती है जिसे रोटरी वैरिबल डिफरेंशियल ट्रांसफॉर्मर (RVDT) कहते हैं।

परिचय

LVDT रैखिक विस्थापन के मापन में बहुत उपयोगी हैं। इनमें कुछ घिसने-पिटने वाले अवयव नहीं है, ये बहुत दिन तक चलते हैं, घर्षणहीन होते हैं। एसी से चलने वाले LVDT में कोई इलेक्ट्रानिक्स नहीं होती अतः वे तुषारजनिक (क्रायोजेनिक) ताप पर भी काम करने के लिए बनाये जा सकते हैं और 650°C तक उच्च ताप के लिए भी बनाये जा सकते हैं।

LVDT विविध कार्यों के लिए प्रयोग किये जाते रहे हैं जैसे- पावर तर्बाइन, हाइडौलिक्स, स्वचालन, वायुयान, कृत्रिम उपग्रह, परमाणु रिएक्तर आदि।

LVDT स्थिति (पोजिशन) या रैखिक विस्थापन को यांत्रिक से विद्युत संकेत में बदल देता है।


Vout का मान आर्मेचर की स्थिति पर निर्भर करता है। जब आर्मेचर बीचोबीच होगा तो आउटपुत शून्य होगा।