ऊनविम पृष्ठ
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ज्यामिति में ऊनविम पृष्ठ, ऊनविम समतल (अधिसमतल) की अवधारणा का व्यापकीकरण है। माना एक आच्छदक बहुमुख M , n-विमिय है तब M का कोई भी n-1 विमिय उपबहुमुख एक ऊनविम समतल है। समान रूप से ऊनविम समतल की न्यूनता एक है। उदाहरण के लिए Rn + 1 में n-विमिय गोले को ऊनविम गोलक (अधिगोलक) कहा जाता है।
ये भी देखें
सन्दर्भ
- स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- शोशिचि कोबयशी और कत्सुमी नोमिज़ु (1969), अवकल ज्यामिति का मूलाधार भाग II, विली इंटरसाइंस
- पी॰ ए॰ Simionescu & डी॰ बियल (2004) Visualization of hypersurfaces and multivariable (objective) functions by partial globalization, The Visual Computer 20(10):665–81.