इजेन अली
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इजेन अली (साँचा:lang-en ['एजेंट अली']; या फिर 'जासूस अली' / 'अली जासूस') एक मलेशियाई कार्टून श्रृंखला है, जिसे वर्ष 2016 से दिखाया गया। साल 2018 को इसका आख़री प्रकरण दिखाया गया। मलेशिया के अलावा भी इसे 50 से ज़्यादा देशों में भिन्न चैनलों पर प्रसारित किया गया।
अभी तक यह बहुत प्रसिध कार्टून है। इसके तीन फ़ोन पर खेले जाने वाले खेल (गेम) भी बहुत खेले गए है। 28 नवंबर, 2019 को इस का डेढ़ मिनट से थोड़ा ज़्यादा लंबा एक फ़िल्म भी प्रदर्शित किया गया। उस फ़िल्म की भी कमाई हुई; उस धीरे-धीरे दूसरे देशों में भी प्रसारित किया जा रहा है।
कहानी
कहानी मलेशिया के काल्पनिक शहर 'सायबराया' साँचा:lang-en साँचा:efn में स्तिथ है।
एक 12 साल का लड़का, 'अली गज़हाली' बहुत ही आलसी और पढ़ाई में धीमा बालक है, जो बकीयो की तरह पूर्ण-पारिवारिक स्नेह से वंचित है। उसकी माँ भी उसके पैदा होने के कुछ वर्षों बाद गुज़र जाती ही। उसके पिता शहर के आधुनिक तकनीक के कौतुक है, जो अली को वो स्नेह और समय नही दे पाते। उसकी ज़िंदगी हमेश के लिए बादल जाती है, जब एक दिन वो देश के ख़ुफ़िया संस्था 'मेटा एडवांस्ड टैक्टिकल एजेंसी, मा.ता (साँचा:lang-en या M.A.T.A) द्वारा निर्मित एक यंत्र आ.ई.रि.स (साँचा:lang-en या I.R.I.S) को ग़लती से अपना लेता है। अब मजबूरन उसे उस संस्था का जासूस बनना पड़ता है, क्योंकि जो भी उस यंत्र को पहली बार चलता है, यह उस वक्ति के अलावा और कोई इस्तेमाल नहीं कर सकता। उसे बाद में यह भी पता चलता है, की उसके मामा, बकर (उसकी स्वर्गीय माँ के छोटे भाई) और उसके साथ स्कूल में पढ़ने वाली उसकी सहपाठी, अलिशा खेंग भी 'मा.ता' के जासूस है; और अलिशा के पिता, रामा उस संस्था के जनरल है। साथ में मिलकर वह शहर में आयी मुसीबतों का सामना करते है।
फ़िल्म में विस्तारपूर्वक नई बातो का पता चलता है जैसे, आ.ई.रि.स को अली की माँ ने बनाया था, जिससे इस बात पता चलता है की वो भी 'मा.ता' में जासूस थी।