आर्टेमिस कार्यक्रम
आर्टेमिस कार्यक्रम अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के द्वारा निर्देशित एक अंतरिक्ष कार्यक्रम है जिसका लक्ष्य हमारे चाँद पर फिर से मनुष्यों को भेजना है और उसके बारे में और ज्यादा जानकारी जुटाना है।[१][२] आर्टेमिस कार्यक्रम चंद्रमा पर एक स्थायी उपस्थिति स्थापित करने के नासा के दीर्घकालिक लक्ष्य की दिशा में पहला कदम होगा, जो कि चंद्र अर्थव्यवस्था का निर्माण करने के लिए निजी कंपनियों की नींव रखेगा, और अंततः मानवों को मंगल ग्रह पर भेजेगा।[३]
नाम
आर्टेमिस अपोलो की जुड़वाँ बहन और ग्रीक (यूनानी) पौराणिक कथाओं में चंद्रमा की देवी थी। अब, वह चंद्रमा पर नासा के रास्ते का प्रतिनिधित्व करती है, २०२४ तक अंतरिक्ष यात्रियों को चाँद की सतह पर लौटाने के लिए नासा के कार्यक्रम के नाम के रूप में, जिसमें पहली महिला और अगला पुरुष भी शामिल है।[४]
योजना
जैसे अपोलो कार्यक्रम का लक्ष्य चाँद पर पहला मानव भेजना था, आर्टेमिस कार्यक्रम चंद्रमा पर एक स्थायी उपस्थिति स्थापित करने के दीर्घकालिक लक्ष्य की दिशा में पहला कदम होगा, और यह चाँद पर पहली औरत भी भेजेगा। आर्टेमिस कार्यक्रम विशेष कर २०२४ तक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अगले अंतरिक्ष यात्रियों पर को उतारेगा। साँचा:quote
जाँच
आर्टेमिस 1 के प्रक्षेपण से पहले ओरायन अंतरिक्ष यान के तीन परीक्षण किए गए हैं।
परीक्षण
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तारीख और समय | जगह | क्रू | यान | सफलता | समय अवधि |
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पैड एबॉर्ट -१ (Pad Abort-1) |
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व्हाईट सैंड्स LC-32E | N/A | ओरायन एल ए एस | सफल | 95 सेकेंड |
अन्वेषण उड़ान परीक्षण १ (Exploration Flight Test 1) |
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केप कैनैवेरल SLC-37 | N/A |
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सफल | 4 घंटे 24 मिनट |
ऐसेंट एबॉर्ट -१ (Ascent Abort-2) |
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केप कैनैवेरल SLC-46 | N/A | ओरायन एबॉर्ट टेस्ट बूस्टर | सफल | 3 मिनट 13 सेकेंड |
पैड 39 बी जल प्रवाह परीक्षण
नासा ने १३ सितम्बर को एसएलएस लाँच पैड पर वाटर फ्लो जांच की जोकि सफल रहा।[५]
३०-सेकंड के परीक्षण के दौरान, पैड बी फ्लेम डिफ्लेक्टर, मोबाइल लॉन्चर फ्लेम होल और लॉन्चर ब्लास्ट डेक पर लगभग ४५०,००० गैलन पानी डाला गया। यह प्रणाली 1 मिलियन गैलन प्रति मिनट से अधिक की चरम प्रवाह दर पर पहुंच गई। लॉन्च के दिन पानी का मुख्य उद्देश्य ध्वनि दमन है।
लॉन्चपैड एलिमेंट डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर निक मॉस ने कहा, "एसएलएस लिफ्टऑफ में १७६ डेसीबल की ध्वनि का उत्पादन करेगा, जो किसी जेटलाइनर की तुलना में काफी अधिक है।" "प्रवाह द्वारा बनाई गई पानी की चादरें उस ध्वनि को कुछ डेसिबल कम कर देती हैं।"
जब रॉकेट के इंजन पूरी शक्ति से ऊपर उठते हैं, तो मोबाइल लांचर के सीमित स्थान पर गर्म निकास दबाव बनाने लगता है। ये दबाव तरंगें कंपन का कारण बन सकती हैं जो मोबाइल लांचर, और साथ में रॉकेट को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
मोबाइल लांचर के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक क्लिफ लानम ने कहा, "ध्वनि दमन प्रणाली एक नमनीय के रूप में काम करती है, ध्वनिक ऊर्जा को अवशोषित करती है और दबाव तरंगों की ताकत को कम करती है।" "यह सुरक्षित लिफ्टऑफ सुनिश्चित करने के लिए एक सुरक्षात्मक वातावरण बनाता है।"
ध्वनि दमन प्रणाली टी-ज़ीरो से लगभग २० सेकंड पहले शुरू होती है। वाहन से धुआं और आग लगभग १० सेकंड बाद शुरू होती है।
निक मॉस ने कहा, "और यह कि हम यहां इसीलिये हैं - यह सुनिश्चित करने के लिए कि हम उन १० सेकंड तक सुरक्षित रूप से पहुंच सकते हैं और वाहन भेज सकते हैं।"।
आर्टेमिस १
आर्टेमिस कार्यक्रम की पहली उड़ान, "आर्टेमिस १" एक प्रकार की जाँच होगी जिसमें मानवरहित ओरायन कैप्सूल १० दिन चंद्रमा की परिक्रमा करते हुए बितायेगा।[६] यह चाँद से ६०,००० किलोमीटर (३७,००० मील) की दूरी पर परिक्रमा करने के बाद धरती पर वापस लौटेगा।[७]
आर्टेमिस-२
कार्यक्रम का पहला क्रू मिशन, आर्टेमिस-२, २०२२ में चंद्रमा से ८,९०० किलोमीटर (५,५०० मील) की दूरी पर एक फ्री-रिटर्न फ्लाईबाई पर चार अंतरिक्ष यात्रियों को लॉन्च करेगा।
आर्टेमिस ३
आर्टेमिस ३ को एसएलएस ब्लॉक १ रॉकेट पर २०२४ में लॉन्च करने की योजना है। यह कार्यक्रम के पहले चालक दल को चाँद पर पहुंचाने के लिए न्यूनतम गेटवे और पीछे छोड़ने योग्य लैंडर का उपयोग करेगा। यान को चाँद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर उतारने की योजना है।
यान
स्पेस लॉन्च सिस्टम
स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) एक अमेरिकी सुपर हेवी-लिफ्ट एक्सपेंडेबल 'लॉन्च वाहन' (रॉकेट) है, जो अभी विकास के अधीन है।[८] यह नासा की लंबी दूरी की अंतरिक्ष अन्वेषण योजनाओं का प्राथमिक लॉन्च वाहन है, जिसमें आर्टेमिस कार्यक्रम की योजनाबद्ध चालक दल युक्त चंद्र उड़ाने भी शामिल हैं।[९]
प्रारंभिक एसएलएस ब्लॉक १ की आवश्यकता अमेरिकी कांग्रेस द्वारा ९५ मीट्रिक टन (209,000 पाउंड) के पेलोड को भीतरी पृथ्वी की कक्षा (LEO) तक ले जाने के लिए तय की गई है। यह आर्टीमिस १ और आर्टेमिस २ को लॉन्च करेगा। बाद के ब्लॉक १ बी का उद्देश्य अन्वेषण को शुरू करना है। ब्लॉक २ में शुरुआती बूस्टर के बदले उन्नत बूस्टर के उपयोग की योजना है और इसमें १५० मीट्रिक टन (330,000 पौंड) से अधिक की (भीतरी पृथ्वी कक्षा तक) क्षमता होगी, जो फिर से अमेरिकी कांग्रेस द्वारा आवश्यक माना गया है। ब्लॉक २ का उद्देश्य मंगल पर क्रू लॉन्च को सक्षम करना है। एसएलएस ओरियन अंतरिक्ष यान को लॉन्च करेगा और यह फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में जमीनी संचालन और सुविधाओं का उपयोग करेगा।
ओरायन
यह एक अंतरिक्ष यान है जो कि चाँद, मंगल, और आगे तक जाने की क्षमता रखता है। यह यान ६ लोगों को ले कर २१ दिनो तक अंतरिक्ष में बिना किसी अन्य मॉड्यूल से डॉक हुए रह सकता है। इसके दो प्रमुख हिस्से हैं, क्रू मॉड्यूल और ई एस एम।
गेटवे
यह (लुनर ऑरबिटल प्लेटफार्म - गेटवे) एक भविष्य का अंतरिक्ष स्टेशन है जो कि चाँद कि परिक्रमा करेगा।[१०] यह सौर-संचालित संचार केंद्र, विज्ञान प्रयोगशाला, अल्पकालिक आवास मॉड्यूल, और रोवर्स एवं अन्य रोबोटों को रखने लिए काम आयेगा।
लैंडर
यह २०२४ में चाँद के लिये रवाना होगा। वर्तमान में नासा के लैंडर के लिये तीन प्रतियोगी डिज़ायन चुने गये हैं। इनकी अभिकल्पना स्पेस एक्स, ब्लू ओरिजिन, और डाय्नेटिक्स द्वारा की गई है।
इन्हें भी देखे
संदर्भ
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