आरक्षण
भारत में आरक्षण व्यवस्था लोगों को जातिगत होनी चाहिये आर्थिक आधार पर नाही चाहिए जब सरकार को लोगों के अंदर से जातिवाद को निकलना होगा क्यूँ की भारत में सदियो से जाती के नाम से ही भेदभाव होता है इसलिये जिन लोगो जात के नाम पर अलग रखा जाता है और उनके साथ अलग बरतव रखते है यह बंद करणे के लिए अरकशन होना चाहिये यदि लोगों को आर्धिक आधार पर आरक्षण दिया जाता है तो सबी लोग घर बैठकर मेहनत न करके घर पर बैठा रहेंगे आर्थिक गरीब होना हमारे हात मे है लेकीन जाती की वजह से ये लोग करना ये देश को बरबदकरते है सबको एक साथ रखने के के लिये सबको बराबर रखने के लिये आरक्षण चाहिए आरक्षण निम्नलिखित में किसी एक के लिए हो सकता है:
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जब तक आपको पता ही नहीं है कि आरक्षण का प्रावधान क्यों रखा गया तब तक तुम इसे नहीं समझ पाओगे आरक्षण अब राजनीतिक दलों के लिए अस्तित्व का मुद्दा हो चुका है । कई दल उसी आधार पर जिन्दा है एक बार गहन अध्ययन ज़रूर करे