आधार कार्ड

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देश [[स्क्रिप्ट त्रुटि: "delink" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।]]
मन्त्रालय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत
प्रमुख लोग
शुरू साँचा:br separated entries
बजट ११,३६६ करोड़ (US$१.४९ अरब) (अगस्त 2019 तक)[१]
वर्तमान स्थिति जनवरी 2020 तक 1.253 अरब (बिलियन) धारक[२]
वेबसाइट uidai.gov.in
आधार पत्रक
जारीकर्ता साँचा:flag
वैध

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दस्तावेज का प्रकार पहचान पत्र

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एक आधार पत्रक

आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा भारत के नागरिकों को जारी किया जाने वाला पहचान पत्र है। इसमें 12 अंकों की एक विशिष्ट संख्या छपी होती है जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (भा.वि.प.प्रा.) जारी करता है।[३] यह संख्या, भारत में कहीं भी, व्यक्ति की पहचान और पते का प्रमाण होगा। भारतीय डाक द्वारा प्राप्त और यू.आई.डी.ए.आई. की वेबसाइट से डाउनलोड किया गया ई-आधार दोनों ही समान रूप से मान्य हैं। कोई भी व्यक्ति आधार के लिए नामांकन करवा सकता है बशर्ते वह भारत का निवासी हो और यू.आई.डी.ए.आई. द्वारा निर्धारित सत्यापन प्रक्रिया को पूरा करता हो, चाहे उसकी उम्र और लिंग (जेण्डर) कुछ भी हो। प्रत्येक व्यक्ति केवल एक बार नामांकन करवा सकता है। नामांकन निःशुल्क है। आधार कार्ड एक पहचान पत्र मात्र है तथा यह नागरिकता का प्रमाणपत्र नहीं है।

आधार दुनिया की सबसे बड़ी बॉयोमीट्रिक आईडी प्रणाली है। विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री पॉल रोमर ने आधार को "दुनिया में सबसे परिष्कृत आईडी कार्यक्रम" के रूप में वर्णित किया। निवास का सबूत माना जाता है और नागरिकता का सबूत नहीं है, आधार स्वयं भारत में निवास के लिए कोई अधिकार नहीं देता है। जून 2017 में गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि आधार नेपाल और भूटान यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए वैध पहचान दस्तावेज नहीं है। तुलना के बावजूद, भारत की आधार परियोजना संयुक्त राज्य अमेरिका के सोशल सिक्योरिटी नंबर की तरह कुछ नहीं है क्योंकि इसमें अधिक उपयोग और कम सुरक्षा है।[४]

अवलोकन

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) आधार अधिनियम 2016 के प्रावधानों के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र के तहत भारत सरकार द्वारा 12 जुलाई 2016 को स्थापित एक वैधानिक प्राधिकारी है।

यूआईडीएआई को भारत के सभी निवासियों को 12 अंकों की अनूठी पहचान (यूआईडी) संख्या (जिसे "आधार" कहा जाता है) असाइन करने के लिए अनिवार्य है। यूआईडी योजना के कार्यान्वयन में निवासियों को यूआईडी की पीढ़ी और असाइनमेंट शामिल है; साझेदार डेटाबेस के साथ यूआईडी को जोड़ने के लिए तंत्र और प्रक्रियाओं को परिभाषित करना; यूआईडी जीवन चक्र के सभी चरणों के संचालन और प्रबंधन; तंत्र को अद्यतन करने और विभिन्न सेवाओं के वितरण के लिए यूआईडी के उपयोग और प्रयोज्यता को परिभाषित करने के लिए नीतियों और प्रक्रियाओं को तैयार करना। यह संख्या निवासी की मूल जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक जानकारी जैसे एक तस्वीर, दस फिंगरप्रिंट और दो आईरिस स्कैन से जुड़ी हुई है, जो केंद्रीकृत डेटाबेस में संग्रहीत हैं।

यूआईडीएआई की शुरुआत जनवरी 2009 में भारत सरकार द्वारा भारत के राजपत्र में अधिसूचना के माध्यम से योजना आयोग के तहत एक संलग्न कार्यालय के रूप में की गई थी। अधिसूचना के अनुसार, यूआईडीएआई को यूआईडी योजना को लागू करने और संचालित करने के लिए यूआईडी योजना को लागू करने के लिए योजनाओं और नीतियों को निर्धारित करने की जिम्मेदारी दी गई थी, और इसके आधार पर अद्यतन और रखरखाव के लिए जिम्मेदार होना था।

यूआईडीएआई डाटा सेंटर औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (आईएमटी), मानेसर, में स्थित है जिसका उद्घाटन हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 7 जनवरी 2013 को किया था। बेंगलुरु और मानेसर में आधार डेटा लगभग 7,000 सर्वरों में रखा जाता है।[५]

आधार कार्ड अद्यतन (अपडेट)

आप अपना आधार कार्ड को ऑनलाइन और ऑफलाइन अद्यतन (अपडेट) कर सकते है। या खो गए आधार कार्ड पूर्ण परापत कर सकते है। ये डाउनलोड किया गया आधार कार्ड पूर्णता वैध होगी।[६]

केवल वे व्यक्ति जिन्होंने आधार के साथ अपना वैध मोबाइल नंबर पंजीकृत किया है, वे इसे ऑनलाइन अद्यतन (अपडेट) कर सकेंगे। चूंकि ऑनलाइन लेनदेन OTP प्रमाणित है, इसलिए आधार के साथ अपना मोबाइल नंबर पंजीकृत करना अनिवार्य हो जाता है।[७]

यदि आप अपडेशन के लिए ऑनलाइन स्वयं सर्विस अद्यतन (अपडेट) पोर्टल (SSUP) का उपयोग कर रहे हैं, तो आप अपने जनसांख्यिकीय विवरण (नाम, पता, जन्म की तारीख (DoB), लिंग, मोबाइल और ईमेल) को अद्यतन (अपडेट) कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि इस सेवा का उपयोग करते समय आपका मोबाइल नंबर आधार में पंजीकृत है।[८]

आधार कार्ड के लाभ

  • आधार संख्या प्रत्येक व्यक्ति की जीवनभर की पहचान है।
  • आधार संख्या से आपको बैंकिंग, मोबाईल फोन कनेक्शन और सरकारी व गैर-सरकारी सेवाओं की सुविधाएं प्राप्त करने में सुविधा होगी।
  • किफायती तरीके व सरालता से ऑनलाइन विधि से सत्यापन योग्य।
  • सरकारी एवं निजी डाटाबेस में से डुप्लिेकेट एवं नकली पहचान को बड़ी संख्या में समाप्त करने में अनूठा एव ठोस प्रयास।
  • एक क्रम-रहित (रैण्डम) उत्पन्न संख्या जो किसी भी जाति, पंथ, मजहब एवं भौगोलिक क्षेत्र आदि के वर्गीकरण पर आधारित नहीं है।
क्रम संख्या आधार निम्नलिखित है आधार निम्नलिखित नहीं है
आधार एक 12 अंकों की प्रत्येक भारतीय की एक विशिष्ट पहचान है (बच्चों सहित) मात्र एक अन्य कार्ड।
भारत के प्रत्येक निवासी की पहचान है प्रत्येक परिवार के लिए केवल एक आधार कार्ड काफी है।
डेमोग्राफिक और बायोमेट्रिक के आधार पर प्रत्येक व्यक्ति की विशिष्ट पहचान सिद्ध करता है। जति, धर्म और भाषा के आधार पर सूचना एकत्र नहीं करता।
यह एक स्वैच्छिक सेवा है जिसका प्रत्येक निवासी फायदा उठा सकता है चाहे वर्तमान में उसके पास कोई भी दस्तावेज हो। प्रत्येक भारतीय निवासी के लिए अनिवार्य है जिसके पास पहचान का दस्तावेज हो।
प्रत्येक व्यक्ति को केवल एक ही विशिष्ट पहचान आधार नम्बर दिया जाएगा। एक व्यक्ति मल्टीपल पहचान आधार नम्बर प्राप्त कर सकता है।
आधार वैश्विक इन्फ्रास्ट्रक्चर पहचान प्रदान करेगा जो कि राशन कार्ड, पासपोर्ट आदि जैसी पहचान आधारित एप्लीकेशन द्वारा भी प्रयोग में लाया जा सकता है। आधार अन्य पहचान पत्रों का स्थान लेगा।
यू.आई.डी.ए.आई., किसी भी तरह के पहचान प्रमाणीकरण से संबंधित प्रश्नों का हां/न में उत्तर देगा। यू.आई.डी.ए.आई. की सूचना पब्लिक और प्राइवेट एजेंसियां ले सकेंगी।

आवश्यकता और उपयोग

आधार कार्ड अब सभी चीजों के लिए जरूरी होता जा रहा है। पहचान के लिए हर जगह आधार कार्ड मांगा जाता हैं। आधार कार्ड के महत्व को बढाते हुए भारत सरकार ने बड़े फैसले लिए हैं जिसमें आपके पास आधार कार्ड नहीं है तो वह काम होना मुश्किल होगा। इस कार्ड को कोई और इस्तमाल नहीं कर सकता है, जबकि राशनकार्ड समेत कई और दूसरे प्रमाण पत्र के साथ कई तरह कि गड़बड़ियाँ हुई है और होती रहती है।

  1. पासपोर्ट जारी करने के लिए आधार को अनिवार्य कर दिया गया है।
  2. जनधन खाता खोलने के लिये
  3. एलपीजी की सबसीडी पाने के लिये
  4. ट्रेन टिकट में छूट पाने के लिए
  5. परीक्षाओं में बैठने के लिये (जैसे आईआईटी जेईई के लिये)
  6. बच्चों को नर्सरी कक्षा में प्रवेश दिलाने के लिये
  7. डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (लाइफ सर्टिफिकेट) के लिए आधार जरूरी
  8. बिना आधार कार्ड के नहीं मिलेगा प्रविडेंट फंड
  9. डिजिटल लॉकर के लिए आधार जरूरी
  10. सम्पत्ति के रजिस्ट्रेशन के लिए भी आधार कार्ड जरूरी कर दिया गया है।
  11. छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति भी आधार कार्ड के जरिए ही उनके बैंक में जमा करवाई जाएगी।
  12. सिम कार्ड खरीदने के लिये
  13. आयकर रिटर्न

नामांकन 0636/01586/24672

इस परियोजना में २६ नवम्बर २०१६ तक[९] 108 करोड़ आधार संख्याएँ प्रदान की जा चुकी हैं।[१०]

रैंक प्रदेश / के॰शा॰प्र॰ जनसंख्या जारी किये गये आधार जनसंख्या का %
431040191444 1210601445 1081564541 89.34%
1 उत्तर प्रदेश साँचा:nts साँचा:nts 83.42%
2 महाराष्ट्र साँचा:nts साँचा:nts 97.62%
3 बिहार साँचा:nts साँचा:nts 76.70%
4 पश्चिम बंगाल साँचा:nts साँचा:nts 86.30%
5 मध्य प्रदेश साँचा:nts साँचा:nts 95.21%
6 तमिलनाडु साँचा:nts साँचा:nts 91.77%
7 राजस्थान साँचा:nts साँचा:nts 89.30%
8 कर्नाटक साँचा:nts साँचा:nts 95.69%
9 गुजरात साँचा:nts साँचा:nts 91.01%
10 आन्ध्र प्रदेश साँचा:nts साँचा:nts 102.27%
11 तेलंगणा साँचा:nts साँचा:nts 107.14%
12 उड़ीसा साँचा:nts साँचा:nts 86.99%
13 केरल साँचा:nts साँचा:nts 103.44%
14 झारखण्ड साँचा:nts साँचा:nts 101.00%
15 पंजाब साँचा:nts साँचा:nts 106.27%
16 हरियाणा साँचा:nts साँचा:nts 105.06%
17 छत्तीसगढ़ साँचा:nts साँचा:nts 102.06%
18 दिली साँचा:nts साँचा:nts 121.75%
19 उत्तराखण्ड साँचा:nts साँचा:nts 94.83%
20 जम्मू और कश्मीर साँचा:nts साँचा:nts 69.72%
21 हिमाचल प्रदेश साँचा:nts साँचा:nts 105.53%
22 त्रिपुरा साँचा:nts साँचा:nts 98.59%
23 मणिपुर साँचा:nts साँचा:nts 69.90%
24 असम साँचा:nts साँचा:nts 5.97%
25 गोवा साँचा:nts साँचा:nts 101.69%
26 पुद्दुचेरी साँचा:nts साँचा:nts 102.52%
27 चण्डीगढ़ साँचा:nts साँचा:nts 105.71%
28 नागालैण्ड साँचा:nts साँचा:nts 56.65%
29 अरुणाचल प्रदेश साँचा:nts साँचा:nts 66.10%
30 सिक्किम साँचा:nts साँचा:nts 97.39%
31 मिजोरम साँचा:nts साँचा:nts 51.07%
32 अण्डमान एवं निकोबार द्वीपसमूह साँचा:nts साँचा:nts 102.55%
33 दादरा और नगर हवेली साँचा:nts साँचा:nts 100.83%
34 दमन और दिउ साँचा:nts साँचा:nts 83.93%
35 मेघालय साँचा:nts साँचा:nts 8.38%
36 लक्षद्वीप साँचा:nts साँचा:nts 104.20%

प्रमाणीकरण (Authentication)

२६ नवम्बर २०१६ तक,107 करोड़ आधार संख्याएं प्रमाणीकृत हो चुकी हैं।

चित्रदीर्घा

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ