आटो स्टर्न
ऑटो स्टर्न (Otto Stern ; सन् १८८८ - १९६९) जर्मन भौतिकीविद् थे जिन्हें भौतिकी का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था।
परिचय
आटो स्टर्न का जन्म जर्मनी के सोहराँ (Sohran) नामक कस्बे में हुआ था। इन्होंने ब्रेस्लॉ के विश्वविद्यालय तथा कैलिफॉर्निया में शिक्षा पाई।
गेर्लाख (Gerlach) के सहयोग से इन्होंने परमाणुओं के चुंबकीय घूर्ण को नापा, जिससे क्वांटम सिद्धांत की यांत्रिकी का उपयोग कर परमाणुओं के अवकाश की विशिष्टताओं को जानने में सहायता मिली। बाद में एस्टरमैन (Estermann) के साथ अनुसंधान कर इन्होंने प्रदर्शित किया कि हाइड्रोजन, हीलियम आदि के पूर्ण अणुओं का क्रिस्टल तल से परावर्तन होने के पश्चात् अपवर्तन कराया जा सकता है। इससे पदार्थ की तरंगीय प्रकृति के साधारण सिद्धांत के संबंध में अतिरिक्त प्रमाण प्राप्त हुआ।
सन् १९३३ में ये संयुक्त राज्य अमरीका में पिट्सबर्ग के कार्नेगी इंस्टिट्यूट ऑव टेक्नॉलाजी में रिसर्च प्रोफेसर नियुक्त हुए तथा सन् १९४३ में नाभिकीय भौतिकी से संबंधित अनुसंधानों के लिए आपको नोबेल पुरस्कार मिला।