अहमद शाह बहादुर

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साँचा:infobox अहमद शाह बहादुर (१७२५-१७७५) मुहम्मद शाह (मुगल) का पुत्र था और अपने पिता के बाद १७४८ में २३ वर्ष की आयु में १५वां मुगल सम्राट बना।[१] इसकी माता उधमबाई थी, जो कुदसिया बेगम के नाम से प्रसिद्ध थीं।अहमद शाह बहादुर बचपन से ही काफी लाड प्यार में बड़े हुए। 1725 में उनका जन्म हुआ उनके बड़े होते होते मुगल साम्राज्य अपने आप में कमजोर होता जा रहा था जब 14 साल के थे तब नादिरशाह ने भारत पर आक्रमण कर दिल्ली में भयानक लूटपाट मचाई थी 1748 में अपने पिता मोहम्मद शाह की मृत्यु के बाद गद्दी पर बैठे और उन्होंने अपनी सेना का संचालन अपने ढंग से करना शुरू किया उनके शासन में कम नेतृत्व क्षमता साफ तौर पर नजर आती है जिसके कारण फिरोज जंग तृतीय नामक एक वजीर का उदय हुआ और बाद में 1754 इसी में उसने अहमद शाह बहादुर को अपनी ताकत के दम पर कैद कर लिया और आलमगीर को सम्राट बनाया अहमदशाह बचपन से ही आलसी थे उनको तलवारबाजी चलाना नहीं आता था अपनी माता कोदिया बेगम के और अपने पिता मोहम्मदशाह के बलबूते के दम पर उन्हें सम्राट की प्राप्त हुई थी सम्राट बनने के बाद ये हमेशा हरम में लिप्त रहते थे जिसके कारण उनका ध्यान शासन की ओर नहीं जाता था उन्होंने सफदरजंग को अवध का नवाब घोषित किया और अपनी सारी शक्तियां अपने वजीर के हाथ में दे दी जिसके कारण बाद में फिरोजजंग ने सदाशिव राव भाऊ जो कि मराठा सरदार थे उनकी सहायता से अहमद शाह बहादुर को कैद कर लिया और वहां उनको और उनकी माता कुदसिया बेगम को अंधा कर दिया गया जहां जनवरी 1775 में सामान्य तौर पर उनकी मृत्यु हो गई।{cn}}

मुग़ल सम्राटों का कालक्रम



सन्दर्भ