अवंती स्वामी मंदिर
Avanti Swami Temple | |
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धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | साँचा:br separated entries |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | साँचा:if empty |
ज़िला | पुलवामा |
राज्य | जम्मू और कश्मीर |
देश | भारत |
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वास्तु विवरण | |
निर्माता | साँचा:if empty |
ध्वंस | साँचा:ifempty |
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अवंती स्वामी मंदिर, अवंतीपुर ,(33° 55 अक्षांश उत्तर; 75° 1' देशांतर पूर्व) श्रीनगर के दक्षिण-पूर्व में 28 कि.मी. दूर अनंतनाग जिले में झेलम नदी के किनारे स्थित है। इस नगर की स्थापना का श्रेय उत्पल वंश के पहले राजा, अवंती वर्मन (855-883 ईसवी) को दिया जाता है।[१]
इतिहास
राजा अवंती वर्मन ने अवन्तिपुर में दो भव्य मंदिरों की स्थापना की थी। एक भगवान विष्णु का मंदिर था जिसे अवंती स्वामी मंदिर कहते हैं और दूसरा भगवान शिव का मंदिर था जिसे अवंतीश्वर मंदिर कहते हैं। राजा ने ,विष्णु मंदिर अपने राज्यारोहण से पहले बनवाया था और शिव मंदिर अधिराज्य प्राप्त करने के बाद बनवाया था। मध्यकाल में ये मंदिर खंडहरों में तबदील हो गए थे।
मूल परिसर के विन्यास में एक बड़े आयताकार आंगन के मध्य भाग में एक मंदिर है। मुख्य मंदिर के चारों कोनों पर चार छोटे मंदिर है , आंगन की परिधि के चारों ओर व्यवस्थित कोठरियों सहित क्रमिक छतदार परिस्तंभ और एक भव्य द्वार है। मुख्य मंदिर की सीढि़यों के आगे खुले पार्श्व वाला स्तंभयुक्त मण्डप था जिसमें गरूड़ध्वज लगा था। इस मंदिर में उत्कृष्ट भव्य मूर्तियां बनी हुई हैं जो वास्तुशिल्प और कला का अद्भुत संगम है।