अफ़्रीका की अर्थव्यवस्था
सन २००८ के तथ्य[१] | |
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जनसँख्या | ९८.७ करोड़ |
क्षेत्रफल | २.९३ करोड़ वर्ग किलोमीटर |
जनसँख्या घनत्व | ८५ |
सकल घरेलु उत्पाद (PPP valuation, USD million) | २६,७५,९९३ |
प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण होते ही भी अफ्रीका विश्व का सबसे दरिद्र और सबसे अविकसित भू भाग है। अफ्रीका का इतिहास भयंकर महामारियों जैसे मलेरिया, एच. आई। वी, सैनिक विद्रोह, जातीय हिंसा आदि घटनाओं से भरा हुआ है जो इसके वर्तमान स्थिति के लिए जिम्मेदार है।[२] संयुक्त राष्ट्र द्वारा सन २००३ में प्रकाशित मानव विकास रिपोर्ट में अफ्रीका के २५ देशों ने सूची में सबसे निचला स्थान प्राप्त किया है।[३]
सन १९९५ से २००५ तक अफ्रीका की अर्थव्यवस्था में सुधार आया और वर्ष २००५ के लिए यह औसतन ५ प्रतिशत रही। कुछ देश जैसे अंगोला, सूडान और ईक्वीटोरियल गिनी जिन्होंने अपने पेट्रोलियम भंडारों अथवा पेट्रोलियम वितरण प्रणाली का विस्तार किया ने औसत से अधिक विकास दर दर्ज की। विगत कुछ वर्षों में चीन ने अफ्रीकी देशों में काफी निवेश किया है। सन २००७ में चीनी उपक्रमों ने अफ्रीकी देशों में कुल १ बिलियन डॉलर का निवेश किया।[४]
क्षेत्रीय विभिन्नता
सन्दर्भ
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ Richard Sandbrook, The Politics of Africa's Economic Stagnation, Cambridge University Press, Cambridge, 1985 passim
- ↑ [१] स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, संयुक्त राष्ट्र
- ↑ China and Africa: Stronger Economic Ties Mean More Migration स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, By Malia Politzer, Migration Information Source, August 2008