अनुकूली व्यवहार
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अनुकूली व्यवहार (Adaptive behavior) से आशय उस व्यवहार से है जो किसी व्यक्ति को अपने पर्यावरण के साथ अधिक से अधिक सफलता के साथ (या कम से कम कठिनाई के साथ) अपना लेने की क्षमता को दर्शता है। 'अनुकूली व्यवहार' वाक्यांश का उपयोग प्रायः बच्चों के सन्दर्भ में किया जाता है और इस शब्द का उपयोग मनोविज्ञान एवं 'विशिष्ट शिक्षा' के सन्दर्भ में किया जाता है। उदाहरण के लिए, प्रायः 'हर कोई' बोल लेता है, किन्तु कुछ बच्चे बड़ी उम्र तक भी नहीं बोल पाते-- इसको यों कहेंगे कि अमुक बच्चे का अनुकुली व्यवहार अच्छा नहीं है।
अनुकूली व्यवहार के विशिष्ट क्षेत्र
- संप्रेषण ( Communication )
- संसाधनों का उपयोग
- सामाजिक कौशल (जिनमें सामाजिक-ज्ञानात्मक कौशल जरूरी होते हैं)
- घरेलू कौशल
- अपना ध्यान रखना (personal care)
- आत्मनिर्भरता
- स्वास्थ्य
- सुरक्षा
- कार्यात्मक कौशल
- कार्य और खाली समय
किसी व्यक्ति के पास उपरोक्त दस कौशलों में से दो या दो से अधिक कौशल न हों तो कहा जाता है कि उसके अनुकूली व्यवहार में कमी है।