अघासुर

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अघासुर : १८वीं शताब्दी की एक राजस्थानी चित्रकला

पौराणिक कथाओं के अनुसार, अघासुर एक राक्षस था। वह कंस का एक सेनापति तथा पूतना और बकासुर का छोटा भाई था।

अघासुर जिसे यह आशीर्वाद था जो ब्रह्मदेव ने दिया था कि जब तक वो न चाहे कोई भी उसे देख नहीं सकता था चाहे नर हो या नारायण। अतः जब कंस के बुलावे पर उसने कृष्णा पर आक्रमण करने की योजना बनाई, और बरसाने पर आक्रमण करके, राधा के पिता को बंदी बना लिया, और शर्त रखी कि राधा स्वयं अपनी बली दें, जिस पर कृष्णा और राधा ने उसका वध किया, और समस्त गांव वालों को छुड़ाया। जिसके बाद कंस को अपने काल का निश्चय हो गया।[१]

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