ज्यामिति के प्रमुख प्रमेय
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को अनुप्रेषित:
- जब दो सरल रेखायें एक दूसरे को काटतीं हैं तो इस प्रकार बने शीर्षाभिमुख कोण (opposite angles) बराबर होते हैं।
- जब दो समान्तर रेखाओं को एक तिर्यक रेखा काटती है, तो:
- संगत कोण (corresponding angles) बराबर होते हैं;
- एकान्तर कोण बराबर होते हैं।
- किसी त्रिभुज के तीनों कोणों का योग १८० अंश होता है।
- किसी n भुजाओं वाले बहुभुज के सभी अन्तः कोणों का योग (2n-4) समकोण होता है।
- किसी त्रिभुज में बड़ी भुजा के सामने का कोण बड़ा होता है।
- किसी त्रिभुज की दो भुजाओं का योग तीसरी भुजा से बडा होता है। (त्रिभुज असमिका)
- AB + BC > AC
- या, AC - AB < BC
- किसी समकोण त्रिभुज में विकर्ण (Hypotenuse) का वर्ग शेष दो भुजाओं के वर्गों के योग के बराबर होता है। (बौद्धायन प्रमेय / पाइथागोरस प्रमेय)
- किसी वृत्त में किसी जीवा द्वारा केन्द्र पर बना कोण, शेष परिधि पर बने कोण के दोगुना होता है।
- एक ही वृत्तखण्ड के कोण बराबर होते हैं।
- किसी चक्रीय चतुर्भुज (cyclic quadrilateral) के सम्मुख कोणों का योग १८० अंश होता है।