२०१३ के उत्तर कोरियाई परमाणु परीक्षण

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
2013 के उत्तर कोरियाई परमाणु परीक्षण
सूचना
देश उत्तर कोरिया
परीक्षण स्थल साँचा:coord,[१] पुंग्ये-री परमाणु परीक्षण स्थल, किल्जु काउंटी
अवधि 02:57:51, 12 February 2013 (2013-02-12T02:57:51) यूटीसी[१]
कुल परीक्षण 1
परीक्षण प्रकार भूमिगत
उपकरण का प्रकार नाभिकीय विखंडन
अधि. प्रतिफल साँचा:convert[२] (दक्षिण कोरियाई अनुमान) या साँचा:convert (चीनी अनुमान)
भ्रमण
पिछला परीक्षण 2009 परीक्षण
अगला परीक्षण 2016 परीक्षण

12 फरवरी 2013, उत्तर कोरियाई मीडिया ने घोषणा की कि डीपीआरके ने भूमिगत परमाणु परीक्षण किया है जो कि ७ सालों में तीसरा था। ५.१Mw का एक कंपन जो परमाणु परीक्षण का संकेत था चीनी भूकम्प नेटवर्क केंद्र, संयुक्त राज्य भूगर्भ सर्वेक्षण[३]और व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि संगठन के लिये प्रारम्भिक आयोग (Preparatory Commission for the Comprehensive Nuclear-Test-Ban Treaty Organization) के द्वारा मापा गया।[४][१] जवाब में जापान ने 12 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र की एक आपातकालीन बैठक बुलाई और दक्षिण कोरिया ने अपनी सेना को सचेत अवस्था में कर दिया। यह पता नहीं चला कि वह विस्फ़ोट एक परमाणु परीक्षण था या कोई सामान्य बम विस्फ़ोत जिसे परमाणु परीक्षण की तरह दिखाया गया;[५] क्योंकि दो दिनों बाद चीनी, जापानी और दक्षिण कोरियाई विशेषज्ञ किसी भी तरह का विकिरण नहीं पकड पाए। [६]

परीक्षण

यूएसजीएस द्वारा घटना का चित्रण

12 फरवरी 2013 को योनहैप के मुताबिक उत्तर कोरियाई सैन्य कमान के एक प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने अपना तीसरा सफल परमाणु परीक्षण किया है।[७][८] उत्तर कोरिया ने यह भी कहा कि उसने अधिक परमाणु शक्ति संपन्न एक छोटे बम का भी सफल परीक्षण किया है। [९]

उत्तर कोरिया की परीक्षणों की घोषणा से पहले ही संयुक्त राज्य भूगर्भ सर्वेक्षण और व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि संगठन के लिये प्रारम्भिक आयोग ने उत्तर कोरिया में पिछले परमाणु परीक्षणों की जगह, किल्जु काउंटी के पास भूकम्पीय गतिविधियाँ माप लीं थीं। पहले यह भूकम्प ४.९ के परिमाण का मापा गया बाद में यूएसजीएस ने इसे उत्तर कोरिया में सुंगजीबैगम के साँचा:convert पूर्व-उत्तरपूर्व के पास ५.१ परिमाण का भूकम्प बताया। [१०]यह कंपन सुबह 11:57 बजे KST या (2:57 अपराह्न यूटीसी) को दर्ज़ किया गया और यूएसजीएस के अनुसार जमीन में इसका भूगर्भीय केंद्र सिर्फ़ १ किलोमीटर अंदर था। चीनी भूकम्प नेटवर्क केंद्र (संक्षेप: सेनक; साँचा:zh) ने भी इस घटना की रपट देते हुए परिमाण को 4.9 बताया।[३] परीक्षण के कारण उत्पन्न हुई तरंगों को पास के शहर हुंचुन और अंतु काउंटी के निवासियों के द्वारा भी महसूस किया गया।[११] परीक्षण स्थल के साँचा:convert पश्चिम में स्थित र्यानगांग प्राँत के ह्येसान शहर के एक निवासी ने रपट दी कि कई पाँच - सात मंजिला इमारतें बहुत तेजी से हिलने लगी थीं जिनकी वजह से दीवारों में दरारें पड गईं।[१२] इस विस्फ़ोट को सीटीबीटीओ के ९४ भूकम्प मापी केम्द्रों द्वारा पकड़ा गया। [१३] बाद में सीटीबीटीओ रेडियोन्युक्लाइड नेटवर्क ने परमाणु विकिरण उत्पन्न करने वाली गैसों की मौजूदगी दर्ज़ की जो परमाणु परीक्षण होने का संकेत थीं। [१४][१५]

उत्सर्जन अनुमान

दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय ने घटना से 6–7 किलोटन के विस्फ़ोट होने का अनुमान लगाया,[१०][१६][१७][१८] जिसे बाद में सीटीबीटीओ के गणन तरीकों से नापने के बाद 6–9 किलोटन बताया गया।[१९] कोरिया के भूविज्ञान और खनिज स्रोत संस्थान ने उत्सर्जन को 7.7–7.8 किलोटन का बताया।[२]

कुछ विशेषज्ञों ने विस्फ़ोट के उत्सर्जन को 15 किलोटन का भी बताया चूंकि परीक्षण स्थल का भूविज्ञान ठीक से समझा नहीं जा सका था।[२०] रूसी रक्षा मंत्रालय ने इसे 7 किलोटन से ज्यादा बताया जबकि रूसी विज्ञान अकादमी की भूगर्भ सेवा ने इसे 5.4 किलोटन बताया।[२१][२२] नोर्सार ने तीनों परमाणु परीक्षण स्थलों के भूगर्भीय आँकणों का अध्धयन करने के बाद इसे १० किलोटन का बताया।[२३] हालांकि जर्मनी की संघीय भूविज्ञान और प्राकृतिक संसाधन संस्था ने इस उत्सर्जन को 40 किलोटन का बताया।[१९][२४]

19 जून 2013 को चीन का विज्ञान और तकनीक विश्वविद्यालय ने एक रपट जारी करते हुए बताया कि उसने परीक्षण स्थल का ठीक-ठीक पता अक्षांश 41°17′26.88″, देशांतर 129°4′34.68″ पर मात्र 94 मीटर की त्रुटि संभावना के साथ 12.2 किटो, विस्फ़ोट के 3.8 किटो की त्रुटि संभावना के साथ किया है।[२५]

प्रतिक्रियाएँ

प्रतिक्रिया में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक बुलाई। यह आपात बैठक 12 फरवरी 2013 को हुई।[२६] सीटीबीटीओ के कार्यकारी सचिव टिबोर टोथ ने परीक्षण स्थल को २००६ और २००९ के परमाणु परीक्षण स्थलों के पास होने की सूचना की पुष्टि की। [२७] जापान की क्योदो न्यूज़ ने समाचार दिया कि जापान के रक्षा मंत्रालय ने आपातकालीन आदेश जारी कर हवाई जहाजों को रेडियो विकिरण के परिणामों का पता लगाने के लिये बुला लिया है।[२८] जापान की सरकार ने टोक्यो में एक राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक की।[२९] दक्षिण कोरियाई सेना ने भी अपना सतर्कता स्तर बढा दिया।[३०] आम तौर पर कोरियाई परमाणु परीक्षणों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ नकारात्मक ही थीं।[३१]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. साँचा:cite web
  2. साँचा:cite news
  3. साँचा:cite web
  4. साँचा:cite web
  5. ब्रॉड, विलियम, "A Secretive Country Gives Experts Few Clues to Judge Its Nuclear Program स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।", न्यूयॉर्क टाइम्स, 12 फरवरी 2013. "As is usual with tests by the secretive North, it was not even clear if the underground test was nuclear, rather than conventional bomb blasts meant to mimic an underground nuclear test;"
  6. साँचा:cite news
  7. साँचा:cite web
  8. साँचा:cite web
  9. साँचा:cite news
  10. साँचा:cite web
  11. साँचा:cite web
  12. साँचा:cite web
  13. साँचा:cite news
  14. साँचा:cite newsसाँचा:category handlerसाँचा:main otherसाँचा:main other[dead link]
  15. साँचा:cite news
  16. साँचा:cite web
  17. साँचा:cite news
  18. साँचा:cite news
  19. साँचा:cite news
  20. साँचा:cite news
  21. साँचा:cite news
  22. Russia condemns North Korea's new nuclear test
  23. साँचा:cite web
  24. साँचा:cite web
  25. साँचा:cite web
  26. साँचा:cite news
  27. साँचा:cite web
  28. साँचा:cite web
  29. साँचा:cite news
  30. साँचा:cite news
  31. साँचा:cite news