२००७ क्रिकेट विश्व कप फाइनल
चित्र:Kensington Oval, Barbados During 2009 World Cup Cricket Final.jpg | |||||||||
टूर्नामेंट | २००७ क्रिकेट विश्व कप | ||||||||
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तिथि | २१ अप्रैल २००७ | ||||||||
स्थान | केंसिंगटन ओवल | ||||||||
अंपायर | स्टीव बकनर और अलीम डार | ||||||||
उपस्थिति | २८,१०८ | ||||||||
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२००७ क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मैच २८ अप्रैल २००७ को बारबाडोस , वेस्टइंडीज में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम और श्रीलंका क्रिकेट टीम के बीच खेला गया था। बारिश की वजह से मैच को ३८ - ३८ ओवरों का रखा गया और ऑस्ट्रेलिया ने २८१ रन बनाए और फिर श्रीलंका को फिर बारिश होने की वजह से ३६ ओवरों का रखा गया जिसमें लंका टीम ८ विकेट पर मात्र २१५ रन ही बना सकी।
विस्तृत
१९९६ के विश्व कप के बाद श्रीलंका दूसरी बार विश्व कप फाॅइनल में पहुंची था जबकि आस्ट्रेलियाई टीम लगातार तीसरी बार और कुल मिला कर छठी बार विश्व कप फाॅइनल में पहुंची थी।
टॉस
लगातार हो रही बरसात की वजह मैच को ३८ ओवर का कर दिया गया।आस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिग ने टाॅस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
पहली पारी
आस्ट्रेलियाई ओपनर एडॅम गिलक्रिट और मैथ्यू हेडन ने संभल कर खेलते हुए कुछ ओवर आराम से खेले। एक बार निगाह जम जाने के बाद दोनो खिलाड़ी २00३ फाॅइनल की तरह मैदान के चारों ओर तूफानी बल्लेबाजी की और पहले विकेट के लिए २२.५ ओवर में १७२ रन जोड़े। इसी बीच गिलक्रिस्ट ने अपना शतक भी पूरा किया। इस साझेदारी को मंलिगा ने हेडन को जयवद्धने के हाथो आऊट करवा कर तोड़ा। तीसरे क्रम पर रिकी पोटिंग के साथ गिलक्रिस्ट ने दूसरे विकेट के लिए ५२ रन जोड़े। इस प्रकार आस्टेªलिया ने निर्धारित ३८ ओवर में चार विकेट के नुकसान पर २८१ को चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
दूसरी पारी
२८२ के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका का पहला विकेट उपला थंरगा के रूप में जल्द ही तीसरे ओवर में गंवा दिया। लेकिन दूसरे विकेट के लिए सनथ जयसूर्या और कुमार सगांकारा के बीच हुई ११६ रन की बेहतरीन साझेदारी ने श्रीलंका को मुकाबले में फिर से वापिस ला खड़ा कर दिया। लेकिन एक बार दोनो के आऊट हो जाने के बाद श्रीलंकाई टीम बढ़ते हुए आवश्यक रनगति के चक्कर में विकेट गवांती रही और ३६ ओवर में ८ विकेट के नुकसान पर २१८ रन ही बना सकी।