हिंदवी स्वराज्य की पुनः स्थापना

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

गुजरात में हुआ स्वराज्य का पुनः उदय आज से 375 वर्ष पूर्व छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित हिदंवी स्वराज्य का एक राजनीति क स्वरूप संक्षेप में जो इतिहास बताया वह था हिदंवी स्वराज्य का इसकी चर्चा है इसलिए करनी पड़ी है क्योंकि इसकी स्थापना पुनः गुजरात के कच्छ जिल्ले से है गुजरात के एक धार्मिक नवयुवक राघव भगत और उनके सहयोगि यों द्वारा इस पार्टी का निर्माण किया गया। राघव भगत को बचपन से इति हास में रुचि थी। उसमें विशेष कर शिवाजी महाराज के इतिहास की पुस्तकों में जो शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित किया स्वराज्य के विषय में बहुत अधिक जाना और शिवाजी महाराज के सपने को पूरा करने के लि ए एक राष्ट्रीय स्तर की राजनीति पार्टी हिदंवी स्वराज्य दल की 2019 मे घोषणा की जो भारत की एक राजनीति क पार्टी के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त राजनीति क पार्टी की श्रेणी में है जो आने वाले समय में चुनावो मे भाग लेंगी वर्तमान में पार्टी की गतिविधियां भारत के विभिन्न राज्यों में कार्यरत है जि समें मुख्यत्व गुजरात महाराष्ट्र मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड एवं राजस्थान और में पार्टी के कार्यकर्ता शिवाजी महाराज के मावले रूप मे स्वराज्य को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं