हवा में खड़ा मंदिर

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हवा में खड़ा मंदिर

हवा में खड़ा मंदिर, जिसे हवा में मठ या शुआन खोंग सः (साँचा:zh) उत्तरी चीन के शानसी प्रांत में हंग पहाड़ी की एक खड़ी चट्टान में (जमीन के तल से 75 मीटर या 246 फुट ऊपर) बनाया गया एक मंदिर है। इस मंदिर से निकटतम नगर ताथोंग है, जो इसके उत्तर-पश्चिम में 64.23 किमी दूर है। ताथोंग में युनकांग गुफाओं के अलावा, हवा में खड़ा मंदिर ऐतिहासिक स्थलों और मुख्य पर्यटक आकर्षणों में से एक है। यह चीन में अब तक सुरक्षित एकमात्र बौद्ध, ताओ और कन्फ्युशियस धर्मों की मिश्रित शैली से बना अदभुत मंदिर है।[१] इसकी संरचना चट्टानों में किए गए छेद में फिट ओक में रखे हुए के समान है। इसकी मुख्य सहायक संरचना अन्दर छिपी हुई है।[२] दिसम्बर 2010 में टाइम पत्रिका ने इसे दुनिया की दस सबसे अजीब खतरनाक इमारतों में शामिल किया।

इतिहास

हंग पहाड़ी के इतिहास के अनुसार मूल मन्दिर का निर्माण लियाओ रान (了然) नामक एक भिक्षु द्वारा अकेले शुरू किया गया था। यह मंदिर 1600 वर्ष से भी अधिक पुराना है जिसका कई बार विस्तार और मरम्मत हो चुकी है।[३]

संरचना

चीन के सुरक्षित प्राचीन स्थापत्य कला निर्माणों में से यह मंदिर एक अत्यन्त अद्भुत निर्माण माना जाता है। यह मन्दिर घनी पहाड़ियों की घाटी में फैले एक छोटे से बेसिन में स्थित है। इस घाटी की दोनों तरफ़ 100 मीटर की ऊँचाई वाली सीधी चट्टानें हैं और मंदिर चट्टान पर जमीन से 50 मीटर की ऊंची सतह पर बना हुआ है, जो हवा में खड़ा हुआ दिखाई देता है। मंदिर के ऊपर पहाड़ी चट्टान का एक विशाल टुकड़ा बाहर की ओर आगे बढ़ा हुआ है, जिसे देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे वह अभी मंदिर पर गिर जाएगा। इस मंदिर में कुल-मिलाकर 40 से अधिक भवन व मंडप हैं। इसमें जाने के लिए लकड़ी के बने रास्ते से पैदल जाना पड़ता है जिस से पांव के दबाव से लकड़ी का रास्ता आवाज तो जरूर करता है, परन्तु चट्टान से सटा मंदिर जरा भी हिचकोले नहीं खाता हैं।[४]

दीर्घा

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ

साँचा:commons