स्वर बैठना/गला बैठना

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गला बैठना अथवा स्वर बैठना गले की उस अवस्था को कहते हैं जिसमें बोलते समय साथ में साँस भी तेजी से आये, आवाज में कर्कशपन आ जाये अथवा आवाज में तनाव अथवा स्वर कमजोर हो जाये।[१] गला बैठना दुःस्वरता का लक्षण है जिसे गलती से इसके पर्याय के रूप में भी काम में लिया जाता है।[२]

सन्दर्भ

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