सूक्ष्म शिक्षण

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सूक्ष्म शिक्षण (microteaching) पूर्व-सेवाकालीन या सेवारत शिक्षकों को प्रशिक्षित कर उनमें शिक्षण-कौशल विकसित करने की एक तकनीक है। यह पूरी तरह से प्रशिक्षण का एक संप्रत्यय है।

इसमें प्रशिक्षु शिक्षक के शिक्षण कार्य करते हुए एक वीडियो बनायी जाती है और अध्यापन के बाद उसका निरीक्षण किया जाता है, जिससे शिक्षक को उसके शिक्षण कार्य में हुई त्रुटियों का पता चलता है,और पृष्ठपोषण प्रदान किया जाता है। इस वीडियो टेप का सूक्ष्म विश्लेषण कर सुधार करने की प्रक्रिया का अभ्यास किया जाता है। लेकिन भारत में इस वीडियो टेप की जगह प्रशिक्षु शिक्षक, पर्यवेक्षक (मास्टर शिक्षक),और छात्रों का अभिनय करने के लिए शिक्षण सहकर्मी का स्थान होता है। ये सभी शिक्षण कार्य के बाद तात्कालिक पृष्ठपोषण करते हैं। इस प्रक्रिया में शिक्षक के प्रदर्शन का बहुत ही सूक्ष्मता से अवलोकन किया जाता है, इसलिए इसे सूक्ष्म शिक्षण कहा जाता है।[१][२]

सन्दर्भ

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बाहरी कड़ियाँ

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  2. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।