सवाई गंधर्व
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
सवाई गंधर्व | |
---|---|
जन्मनाम | रामचंद्र गणेश सौंशी[१] |
जन्म | साँचा:br separated entries |
मूल | कुण्डगोल, कर्नाटक |
मृत्यु | साँचा:br separated entries |
शैलियां | हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत, खयाल, ठुमरी, भजन, नाट्यगीत, आदि |
हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायक |
रामभाउ कुण्डगोलकर, प्रचलित नाम: पंडित सवाई गंधर्व (१९ जनवरी १८८६ – १२ सितंबर १९५२),[२] एक प्रसिद्ध [हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत|हिन्दुस्तानी शास्त्रीय ]] गायक एवं किरण घराने के मराठी रंगमंच कलाकर थे। ये अब्दुल करीम खान के शिष्य थे और इनके शिष्यों में भारत रत्न धारक भीमसेन जोशी हैं।[३] पंडित गंधर्व किरन घराने के शैलियों को विभिन्न शिष्यों में बांटने के लिये प्रसिद्ध रहे हैं। इन शिष्यों में प्रमुख कुछ हैं: भीमसेन जोशी, [[गंगुबाई हंगल][], फिरोज़ दस्तूर Pt. Gandharva is most well known for popularizing the stylings of the Kirana Gharana through his accomplished disciples, including Pt. Bhimsen Joshi, Dr. Gangubai Hangal, Firoz Dastur, and Pt. Basavaraj Rajguru.[४]