संरचना सूत्र
रासायनिक यौगिकों के अणुओं की संरचना के चित्रात्मक निरूपण (graphical representation) को संरचना सूत्र (structural formula) कहते है। इससे पता चलता है कि अणु में कौन-कौन से परमाणु किस प्रकार जुड़े हुए हैं। इसमें अणु के अन्दर परमाणुओं के बीच के रासायनिक बन्ध भी दिखाये जाते हैं। रसायनशास्त्री प्राय: रासायनिक अभिक्रियाओं एवं संश्लेषण को संरचना सूत्र से ही प्रदर्शित करते हैं, अणुसूत्र से नहीं। इसका कारण है कि संरचना सूत्र के प्रयोग से अभिक्रायाओं के दौरान संरचना में होने वाले परिवर्तन भी दृष्टिगोचर होते हैं जो केवल अणुसूत्र के प्रयोग में छिपे रह जाते हैं। संरचना सूत्र वहाँ विशेष रूप से उपयोगी है जहाँ यौगिक, समावयवता का गुण प्रदर्शित करते हों। किन्तु संरचनासूत्र लिखना (बनाना), अणुसूत्र से अधिक जटिल होता है।
प्रकार
संरचना सूत्र के लिये प्रकाशनों में मुख्यत: तीन प्रकार के निरूपण प्रयोग किये जाते हैं - टेक्स्ट (पाठ), लेविस प्रारूप (Lewis type) तथा रेखा-कोण सूत्र। कम्प्यूटरों एवं सोफ्टवेयरों के कारण SMILES, InChI और CML आदि कुछ अन्य विधियाँ भी प्रयोग की जा रही हैं।
पाठ सूत्र (टेक्स्ट फार्मूला)
इसमें संरचना सूत्र को टेक्स्ट से रूप में एक पंक्रि में लिखा जाता है। इसका उपयोग कार्बनिक रसायन के आरम्भिक प्रकाशनों में शूरू हुआ जब ग्राफिक्स का उपयोग बहुत सीमित था। जटिल चक्रीय यौगिकों के लिये प्राय: यह प्रणाली काम नहीं करती।
- CH3–CH2–OH या CH3CH2OH
लेविस संरचना
यह भी एकतलीय चित्रात्मक प्रनाली है। इसमें परमाणुओं का जुड़ाव तो दिखता है किन्तु त्रिविमीय सूचनाएं नहीं दिखाना कठिन होता है।
- Eathine-structure.svg
एथनॉल का एकतलीय संरचना
त्रिविम संरचना
अणुओं के भीतर परमाणुओं के त्रिविम विन्यास को दिखने के लिये कई विधियाँ प्रचलित हैं -
फिशर प्रक्षेप (Fischer projection)
हावर्थ प्रक्षेप (Haworth projection)
चक्रीय कॉनफॉर्म्र्शनों के लिये परस्पेक्टिव चित्रण (Perspective drawings of cyclic conformations)
न्यूमैन का प्रक्षेप (Newman projection)
Newman projection of butane
ढांचागत सूत्र (Skeletal formulas)
Skeletal formula of strychnine
इन्हें भी देखें
- अणु ग्राफ (Molecular graph)
- संरचना सूत्र का महत्व