वॉक्सवैगन
उद्योग | गाड़ी |
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स्थापना | 28 मई 1937 |
मुख्यालय | जर्मनी |
क्षेत्र | वैश्विक |
उत्पाद | कार, ट्रक और बस |
उत्पादन | साँचा:increase9,727,848 नग (2013) |
राजस्व | साँचा:increase€1970.07 करोड़ (2013) |
लाभ | साँचा:increase€217 करोड़ (2012) |
मातृ कंपनी | वॉक्सवैगन समूह |
वेबसाइट |
www |
वॉक्सवैगन एक जर्मनी की कार उत्पादन कंपनी है। जिसका मुख्यालय वोल्फ़्सबर्ग, जर्मनी में है। यह कंपनी 28 मई 1937 को यहाँ स्थापित हुई थी। इस कंपनी ने वर्ष 1975 को सबसे अधिक बिक्री करने वाली कंपनी बन गया। यह अब विश्व में टोयोटा के बाद दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है।[१]
इतिहास
1937 - 1945 : लोगों की कार परियोजना
वॉक्सवैगन वास्तविक रूप से 1937 में बना था। 1930 के समय जर्मनी में कंपनीयाँ मुख्य रूप से महंगे कार ही बनाते थे। उस समय यह वाहन किसी माध्यम वर्गीय जर्मनी लोगों के खरीदने से बहुत दूर था। इसके परिणाम स्वरूप केवल 50 में से केवल 1 व्यक्ति के पास ही कार होती थी। इस वर्ग के लिए कार बनाने में नया बाजार देखने वाले लोग इस परियोजना पर कार्य शुरू कर दिये थे।
लेकिन यह परियोजना नई नहीं थी। इससे पहले बेला बरेनी ने भी इस तरह के कार की रूपरेखा 1920 के आसपास बनाई थी। इसी के साथ ही जोसेफ गंज ने भी एक तरह का जर्मन वॉक्सवैगन बनाया था। इसके लिए हनोमग नामक जर्मनी कंपनी इसके लिए 2/10 पीएस का कोमीस्सब्रोट नामक एक छोटा इंजिन बनाया। यह कंपनी इस के लिए 1925 से 1928 तक यह कार्य करती रही।
वोक्सवैगन इंडिया
मॉडल
कंपनी द्वारा बेचे जाने वाले वाहनों में शामिल हैं
- वोक्सवैगन पोलो (200 9-वर्तमान)
- क्रॉस पोलो (2015-वर्तमान)
- पोलो जीटीआई (2016-वर्तमान)
- वोक्सवैगन वेंटो (2010-वर्तमान)
- वोक्सवैगन अमीओ (2016-वर्तमान)
- वोक्सवैगन बीटल (2014-वर्तमान)
- वोक्सवैगन टिगुआन (2017-वर्तमान)
- वोक्सवैगन पासैट (2017-वर्तमान)
कंपनी द्वारा बंद वाहनों में शामिल हैं
- वोक्सवैगन टौअरेग (2008-2013)
- वोक्सवैगन न्यू बीटल (2011-2013)
- वोक्सवैगन फाएटन (2010-2013)
- वोक्सवैगन पासैट (2007-2014)
- वोक्सवैगन जेटटा (2008-2017)
सन्दर्भ
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।