विल डुराण्ट

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सन् १९११ में न्यूयॉर्क के मॉडर्न स्कूल में अपने शिष्यों के साथ खड़े विल डुरण्ट

विलियम जेम्स डुरांट या विल डुरांट (Will Durant ; ५ नवम्बर १८८५ - ७ नवम्बर १९८१) अमेरिका के प्रसिद्ध लेखक, इतिहाकार एवं दार्शनिक थे। उनकी कृति 'द स्टोरी ऑफ सिविलाइजेशन' (The Story of Civilization) बहुत प्रसिद्ध है। इसके पूर्व उन्होने 'द स्टोरी ऑफ फिलॉसफी' (The Story of Philosophy) लिखी (सन् १९२६) जो बहुत प्रसिद्ध हुई।

विल डुरांट एवं उनकी पत्नी एरिएल डुरांट को सन् १९६८ में पुलित्जर पुरस्कार एवं सन् १९७७ में राष्ट्रपति का मेडल प्रदान किया गया।

भारत की सभ्यता के बारे में उन्होने कहा था-

भारत हमारी संपूर्ण (मानव) जाति की जननी है तथा संस्कृत यूरोप के सभी भाषाओं की जननी है: भारतमाता हमारे दर्शनशास्त्र की जननी है, अरबॊं के रास्ते हमारे अधिकांश गणित की जननी है, बुद्ध के रास्ते इसाईयत मे निहित आदर्शों की जननी है, ग्रामीण समाज के रास्ते स्व-शाशन और लोकतंत्र की जननी है। अनेक प्रकार से भारत माता हम सबकी माता है।

बाहरी कड़ियाँ

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