विद्युत अपघट्य संधारित्र
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
विद्युत अपघट्य संधारित्र' (electrolytic capacitor) संधारित्र का एक प्रकार है जिसके दोनो प्लेटों के बीच कोई समुचित विद्युत अपघट्य (electrolyte) का प्रयोग किया जाता है। विद्युत अपघट्य के प्रयोग के कारण विद्युत अपघट्य संधारित्र की धारिता समान आकार के अन्य संधारित्रों की अपेक्षा बहुत अधिक होती है। इस तरह के संधारित्र अपेक्षाकृत अधिक धारा तथा कम आवृत्ति के विद्युत परिपथों में उपयोग में लाये जाते हैं। अधिक आवृत्ति की स्थिति में ये उपयोगी नहीं होते।
विद्युत अपघट्य संधारित्र मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं -
- अलुमिनियम एलेक्ट्रोलाइटिक, तथा
- टैटेलम एलेक्ट्रोलाइटिक
- नायोबियम एलेक्ट्रोलाइटिक संधारित्र
मूल संरचना
एलेक्ट्रानिकी में प्रयुक्त प्रायः सभी तरह के संधारित्र समान्तर प्लेट संधारित्र होते हैं। किसी समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता निम्न सूत्र से दी जाती है-
- <math>C = \varepsilon_0\varepsilon_\mathrm{r} \cdot \frac{A}{d}</math>
एनोड का पदार्थ | डाइ-एलेक्ट्रिक | आपेक्षिक परमिटिविटी |
डाइएलेक्ट्रिक शक्ति (V/µm) |
---|---|---|---|
अलुमिनियम | एलुमिनियम आक्साइड, Al2O3 | 9,6 | 700 |
टैंटलम | टैटलम पेंटाआक्साइड, Ta2O5 | 26 | 625 |
नायोबियम | नायोबियम पेंटाआक्साइड, Nb2O5 | 42 | 455 |
तुल्य परिपथ
- Rleakage:लीकेज प्रतिरोध
- RESR:तुल्य श्रेणीक्रम प्रतिरोध
- LESL:तुल्य श्रेणीक्रम प्रेरकत्व