वर्ण स्मृतिलोप

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चीनी, जापानी आदि पूर्वी एशिया की भाषाओं के अनुभवी वक्ता भी कुछ स्थितियों में इन लिपियों के वर्णों को लिखने की विधि भूलने लगते हैं जिसे वर्ण स्मृतिभ्रंश या वर्ण स्मृतिलोप (Character amnesia) कहते हैं। यह परिघटना विशेष रूप से इन्पुट विधि (Input method) का प्रयोग करने वालों में अधिक पायी जाती है जो रोमन वर्णों की सहायता से इन लिपियों को लिखते-लिखते हाथ से उन वर्णों को लिखने की क्षमता खो देते हैं। चीन और जापान में यह एक गम्भीर समस्या मानी जाने लगी है।

यह समस्या चीनी, जापानी आदि लिपियों के साथ इसलिये जुड़ी हुई है कि इनके वर्णों की संख्या हजारों में है जिन्हें बहुत परिश्रम करके बच्चों को रटाया जाता है। इसलिये अभ्यास छूटने पर इनके लिखने की विधि भूलने की बहुत अधिक सम्भावना होती है।

चीनी वर्ण सैकड़ों आम-आधारों (common radicals) और सैकड़ों ध्वन्यात्मक अवयवों के उपर 8 से लेकर 11 स्ट्रोक लगाकर बनाये जाते हैं। कुछ वर्ण बहुत जटिल होते हैं जिन्हें सीखने में बहुत दिमाग खपाना और परिश्रम करना पड़ता है। यदि लगातार हाथ से लिखकर अभ्यास न किया जाय तो इन्हें भूलने की सम्भावना बहुत अधिक होती है।

यह कहना कठिन है कि वर्तमान में कितने चीनी वर्ण उपयोग किये जाते हैं। नवीन एचएसके (HSK) नामक मानक चीनी दक्षता परीक्षा में 2,600 से अधिक विभिन्न वर्णों की जाँच की जाती है। इसी तरह 1988 में चीन ने आधुनिक चीनी में आमतौर पर प्रयुक्त वर्णों की जो सूची प्रकाशित की थी उसमें 7,000 से अधिक वर्ण थे। जापान में इससे कुछ कम वर्न उपयोग में लाये जाते हैं। जापान के शिक्षा मंत्रालय प्राइमरी और माध्यमिक विद्यालयों में 2,136 कंजी वर्ण सिखाये जाने की अनुशंशा करता है।