वयोवृद्ध देखरेख
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
वयोवृद्ध देखरेख उन विशेष आवश्यकताओं की पूर्ति को कहते हैं जो वृद्धावस्था में आवश्यक है। इस शब्द में सहायक जीवन, वयस्क दिन की देखरेख, लम्बे समय की देखरेख, नर्सिंग होम, कोमा की देखरेख और घरेलू देखरेख शामिल हैं। संसार के विभिन्न देशों में वयोवृद्ध लोगों के लिए सुविधाएँ अलग हैं।
भारत और कई देशों की जनसंख्या का बड़ा हिस्सा ६० वर्ष से ऊपर की आयु का है। यदि कोई व्यक्ति इस आयु के दौरान स्वस्थ और स्वतंत्र जीवन यापन करने में असफल होता है और उसके परिजन पर्याप्त व्यक्तिगत और आर्थिक सहायता नहीं करते हैं, तो उसे समाज और सरकार की सहायता की आवश्यकता हो सकती है।