लैंडपोर्ट
साँचा:infobox लैंडपोर्ट (साँचा:lang-en) ब्रिटिश शासित प्रवासी प्रदेश जिब्राल्टर में स्थित एक दरवाज़ा है। भूतकाल में एक समय यह जिब्राल्टर की किलेबंदी में जमीन द्वारा प्रवेश करने का एकमात्र प्रवेश द्वार था इसलिए इस पर सैनिकों द्वारा अत्याधिक पहरा दिया जाता था। 1704 में जिब्राल्टर पर ब्रिटेन के कब्जे के पश्चात ब्रिटिश सेना द्वारा इस दरवाज़े की सुरक्षा कई स्तर तक बढ़ा दी गई थी जिस के तहत बीस बन्दूको से दरवाज़े की सुरक्षा, नहर का प्रयोग, बारूदी सुरंग आदि शामिल थे।
इतिहास
वर्ष 1704 में इतिहास में पहली बार ब्रिटेन ने इबेरियाई प्रायद्वीप के एकदम दक्षिण छोर पर स्थित जिब्राल्टर पर से स्पेन का कब्जा हटा कर अपने सम्राज्य के अंतर्गत ले लिया था। क्षेत्र पर अपना शासन बनाए रखने के लिए ब्रिटीश सेना लैंडपोर्ट दरवाज़े को बीस बन्दूको से रक्षित्र करती थी चूँकि सामरिक महत्व वाला यह दरवाज़ा उस समय जिब्राल्टर की किलेबंदी में जमीन द्वारा प्रवेश करने का एकमात्र जरिया था।[१]
दरवाज़ा इसके पश्चात जलप्लावन द्वारा सुरक्षित किया जाता था। यह जलप्लावन एक 600 फीट लंबी और 180 फुट चौड़ी नहर थी। यह समुन्द्र के पानी से पाँच फुट तक की गहराई तक भरी जाती थी। दरवाज़े और दूसरे छोर के बीच अन्य बाधाएँ भी लगाई गई थी जैसे शेवाल डे फ्राइज़ और धातु के बने घेरे। इन बाधाओं में से एक लैंडपोर्ट डिच भी थी जो एक खाई थी जिसको बनाने के पीछे का उद्देश्य किलेबंदी को उत्तरी दिशा की तरफ़ से सुरक्षा उपलब्ध कराना था। लैंडपोर्ट डिच के सुरक्षा साधनों में नोकदार लकडियों की मोर्चाबन्दी और बारूदी थल सुरंगे शामिल थीं। इन बारूदी सुरंगों में किसी भी हमले के दौरान विस्फोट हो सकता था।[२] इन सुरशा साधनों को पार करने के लिए एक चलसेतु था जिसे रात के समय ऊपर खीच लिया जाता था। तंबाकू तस्कर इस समय घात लगा कर बैठते थे जिससे मौका मिलने पर वे दरवाज़े से दुबक कर बहार निकल सकें और तटस्थ मैदान पार कर के रात-रात में ही स्पेन की सीमा में प्रवेश कर सकें।[३]