लिएम स्वी किंग

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लिएम स्वी किंग
व्यक्तिगत जानकारी
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लिएम स्वी किंग (साँचा:zh, जन्म 28 फरवरी 1956 कुदुस में) एक भूतपूर्व इंडोनेशियाई बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जो १९७० से मध्य-1980 के दशक तक सक्रिय रहे। उन्होंने ऑल इंग्लैंड ओपेन बैडमिंटन प्रतियोगिता 1978, 1979 और 1981 में तीन बार जीती। मॉर्टेन फ्रोस्ट (डेनमार्क), हान जिआन और लुआन जिआन (चीन) और प्रकाश पादुकोण (भारत), के समतुल्य वह अपने समय के शीर्षतम पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ियों में एक गिने जाते थे। पुरुष एकल व युगल दोनों में ही वो अपने समय के शीर्ष पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी माने जाते थे। उन्हें उनके अति तीव्र गति वाले कूदकर मारे गये स्मैश शॉट के लिए भी जाना जाता था।[१]

शुरुवाती जीवन

लिएम का जन्म 28 फरवरी 1956 को कुदुस, केंद्रीय जावा में हुआ।[२] उनके माता-पिता थिआन पू और ओई सी मोई चीन के फुजिआन प्रांत के निवासी थे। उनके ७ बहने थीं। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा सेकोलाह तिओंगोहा में पूरी की और 1965 में एसडी नेगेरी देमान II चले गये।[३] 1974 में उन्होंने अपना नाम बदलकर गुन्टुर कर लिया।[४]

पेशेवर जीवन

लिएम ने नवम्बर 1972 में 15 वर्ष की उम्र में ही केंद्रीय जावा बैडमिंटन प्रतियोगिता जीत ली थी जब वो अपने पहले जकार्ता बैडमिंटन ओपेन में भाग ले रहे थे। यह उनका पहला अंतर्राष्ट्रीय खिताब था। तीन साल बाद उन्होंने मोएनादी कप, केंद्रीय जावा गवर्नर कप जीता।[५] 1973 में उन्होंने तेगल, केंद्रीय जावा में आयोजित हुई गरुणा कप बैडमिंटन विश्व प्रतियोगिता जीती। [६]

जब वो वरिष्ठ हाई स्कूल में थे तब शुरुवाती 1974 में उन्होंने राष्ट्रीय प्रतियोगिता जीती। उसी वर्ष उन्होंने पहली बार ऑल इंग्लैंड ओपेन बैडमिंटन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। 1976 और 1977 में वो उपविजेता रहे जबकि 1978, 1979 और 1981 में उन्होंने यह प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया। 1980 और 1983 की विश्व प्रतियोगिताओं में वो अपने ही हमवतनों के खिलाफ़ उपविजेता रहे। 1976, 1979 और 1984 में हुए थॉमस कप मे अपनी विजेता इंडोनेशियाई टीम का वो अहम हिस्सा रहे।[७]

उन्होंने बैडमिंटन से 1988 में सन्यास ले लिया और अब जकार्ता में एक स्वास्थ केंद्र चलाते हैं।

उपलब्धियाँ

लिएम को २००२ में बैडमिंटन हॉल ऑफ़ फेम की सूची में शामिल किया गया। [७] इंडोनेशिया में उन्के जीवन पर एक फ़िल्म "किंग" बन चुकी है।

सन्दर्भ

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संदर्भ ग्रंथ