राजा हृदय शाह
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हृदय शाह (जिन्हे राजा हिरदेसाह या हरदेव शाह भी कहा जाता है), प्राचीन भारत के वर्तमान मध्य प्रदेश राज्य स्थित पन्ना ज़िला रियासत के प्रथम राजा थे। इन्होंने १७३१ से १७३९ तक शासन किया। ये महाराजा छत्रसाल के ज्येष्ठ पुत्र थे। इन्हें पन्ना रियासत अपने पिता से सन १७३१ ई. में वार्षिक ३९ लाख रुपये के बदले प्राप्त हुई थी। १७३१ में इन्होंने रीवा रियासत को अपने अधीन कर वहां के राजा अवधूत सिंह को रियासत छोड़कर जाने पर विवश कर दिया। अवधूत सिंह ने अवध में प्रतापगढ़ जाकर शरण ली थी। तब हरदे शाह बुंदेला ने वहां विवाह किया व पुत्र रत्न उत्पन्न हुआ।[१]
वंश वृद्धि
हरदे शाह के राजा सभा सिंह, राजकुमार पृथ्वी सिंह, राजा सलाम सिंह एवं कुंवर उमर सिंह नामक चार पुत्र हुए थे। इनमें से पृथ्वी सिंह को अपने पिता के बाद गद्दी प्राप्त हुई। उन्होंने मराठाओं की सहायता से पन्ना राज्य के शाहगढ़ को भी अधीन किया व १७४४ में वहां के प्रथम राजा बने। पृथ्वी सिंह का विवाह होने पर राजा हरि सिंह एवं राजा किशन सिंह पुत्र हुए।