योगेश (गीतकार)

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योगेश गौड़
Hindi Film Movies Cinema Lyricist Yogesh by Camaal Mustafa Sikander aka Lens Naayak.jpg
योगेश गौड़
Bornसाँचा:birth date
Diedसाँचा:death date and age
Nationalityभारतीय
Occupationगीतकार
Employerसाँचा:main other
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Agentसाँचा:main other
Notable work
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योगेश गौड़ जिन्हें केवल योगेश नाम से श्रेय दिया गया है भारतीय लेखक और गीतकार हैं। विशेष रूप से उन्हें आनंद (1971) के "कहीं दूर जब दीन ढल जाय" और "जिंदगी कैसी है पहेली" जैसे गीतों के लिए सबसे अच्छी तरह से जाना जाता है।

योगेश ने साझा किया था कि उन्हें क्या लिखने के लिए प्रेरित किया। "जो दिखा था, जो जेठा था, वोही है (मैंने जो देखा और जिया वो लिखा)। मैंने हमेशा अपने आसपास के लोगों के बारे में लिखा है।"[१]

करियर

योगेश का जन्म 19 मार्च 1943 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था।[२] वह काम की तलाश में 16 साल की उम्र में बॉम्बे चले गए और अपने चचेरे भाई योगेंद्र गौड़ से मदद मांगी जो कि एक पटकथा लेखक थे।[३][४] उनका पहला कार्य 1962 में था, जब उन्होंने बॉलीवुड फिल्म सखी रॉबिन के लिए छह गीत लिखे, जिसमें "तुम जो आ गए" गीत भी शामिल था।[५] जिसे मन्ना डे ने गाया था। इस गीत ने बॉलीवुड में उनके करियर की शुरुआत की। उन्होंने भारत के कुछ बेहतरीन निर्देशकों जैसे हृषिकेश मुखर्जी और बसु चटर्जी के साथ काम किया।

योगेश ने सुपरहिट फिल्म आनंद (1971) को परिभाषित करने वाले हिट गीतों के बोल "कहीं दूर जब दिन ढल" और "जिंदगी कैसी है पहेली" लिखे। उन्होंने प्रसिद्ध हिंदी गीतों में 'कहीं दूर जब दिन ढल जाए, जिंदगी कैसी है पहेली हाय, रिमझिम गिरे सावन, कई बार यूँ भी देखा है... , बातों-बातों में से मेरा मन नहीं कहो। योगेश ने एक लेखक के रूप में टेलीविजन धारावाहिकों में भी काम किया। उनके कार्य में सम्मान के लिये उन्हें दादासाहब फाल्के पुरस्कार के अलावा यश भारती पुरस्कार भी मिल चुका है।[६] इन्होंने कई हजार फिल्मों के गीत लिखे हैं जिसमें मिली (1975), मंज़िल (1979), छोटी सी बात (1975), रजनीगंधा (1974) प्रमुख रही हैं।[७]

योगेश गौड़ का ७७ वर्ष की आयु में २९ मई २०२० को निधन हो गया। दिग्गज गायिका लता मंगेशकर ने गीतकार को ट्विटर पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, "मुझे योगेश जी की मृत्यु के बारे में पता चला, जिन्होंने कई दिल दहलाने वाले गीत लिखे। मैंने उनके लिखे कई गीत गाए हैं। वह बहुत ही शांत और सुलझे हुए इंसान थे। मैं उनके प्रति अपने सम्मान को चुकाती हूँ।"[८]

फिल्मों की सूची

सन्दर्भ