यमुनाचार्य

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

साँचा:asbox यमुनाचार्य रामानुजाचार्य के पहले विशिष्टाद्वैत वेदांत के सुप्रसिद्ध आचार्य जिन्हें 'आलबंदार' भी कहते हैं। एक परंपरा के अनुसार ये रामानुज के गुरु भी थे। इनका काल ११वीं शताब्दी का पूर्वार्ध होना चाहिए। इन्होंने वैणव आगमों को वेदों के समान प्रामाणिक माना।

कृतियाँ

यमुनाचार्य की रचनाएँ संस्कृत में हैं। उनकी प्रसिद्ध कृतियाँ निम्नलिखित हैं-

  • आगम-प्रमाण्य,
  • सिद्धित्रय (आत्मसिद्धि, संवितसिद्धि, ईश्वरसिद्धि),
  • गीतार्थसंग्रह,
  • चतुश्लोकी, और
  • स्तोत्ररत्न
  • महापुरुष निर्णय
  • नित्यम
  • मायावाद खण्डनम

बाहरी कड़ियाँ