मैगनस प्रभाव
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
यदि कोई बेलनाकार या गोलीय ठोस वस्तु किसी तरल में डूबकर चक्रण (spinning) कर रही हो तथा तरल तथा चक्रण कर रही वस्तु के बीच आपेक्षिक गति हो तो उस वस्तु पर किनारे की तरफ एक बल उत्पन्न होता है। इस प्रभाव को मैगनस प्रभाव (Magnus effect) कहते हैं। यह नाम जर्मनी के भौतिकशास्त्री तथा रसायनशास्त्री एचजी मैगनस (H.G. Magnus) के नाम पर पड़ा है जिन्होने सबसे पहले सन् 1853 में इस प्रभाव को प्रयोग करके देखा था। मैगनस प्रभाव के कारण ही सर्व की गयी टेनिस की गेंद वक्र (curve) बनाती है। इसी प्रकार यह प्रभाव चक्रण करते हुए आगे जा रहे गोला (artillery shell) पर भी देखने को मिलता है।