मेरे सनम

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मेरे सनम
चित्र:मेरे सनम.jpg
निर्देशक अमर कुमार
निर्माता जी॰ पी॰ सिप्पी
पटकथा राजिन्दर सिंह बेदी
अभिनेता आशा पारेख,
विश्वजीत,
प्राण,
मुमताज़
संगीतकार ओ॰ पी॰ नय्यर[१]
प्रदर्शन साँचा:nowrap 13 नवम्बर, 1965
देश भारत
भाषा हिन्दी

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मेरे सनम 1965 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। इसमें आशा पारेख, विश्वजीत और प्राण मुख्य भूमिकाओं में हैं। संगीत ओ॰ पी॰ नय्यर का है और मजरुह सुल्तानपुरी के गीत हैं।

संक्षेप

नीना (आशा पारेख), अपनी माँ और कई महिला मित्रों के साथ, किसी सुदूर स्थान की यात्रा करती है। वह एक लॉज में रात भर रहती है। कुमार (विश्वजीत) नाम का एक युवक भी इस लॉज में जाता है और वह मालिक होने का दावा करता है। वह केयरटेकर, श्याम (प्राण) से घुसपैठियों से छुटकारा पाने के लिए कहता है।

श्याम कुमार को आश्वासन देता है कि वह तुरंत ऐसा करेगा। उन्हें लॉज छोड़ने के लिए कहने के बजाय, वह आगंतुकों को बताता है कि कुमार मानसिक रूप से बीमार है और उसे लगता है कि वह इस लॉज का मालिक है। कई गलतफहमियों के बाद, कुमार और नीना प्यार में पड़ जाते हैं और शादी करना चाहते हैं। तब नीना और उसकी माँ को कुमार और कामिनी उर्फ कम्मो (मुमताज़) नाम की एक युवती की तस्वीरों मिलती हैं।

मुख्य कलाकार

संगीत

सभी गीत मजरुह सुल्तानपुरी द्वारा लिखित; सारा संगीत ओ॰ पी॰ नय्यर द्वारा रचित।

क्र॰शीर्षकगायकअवधि
1."हाँ जी हाँ जी बाबा"आशा भोंसले, मोहम्मद रफी4:39
2."ये है रेशमी जुल्फों का अंधेरा"आशा भोंसले3:21
3."हमने तो दिल को आपके"मोहम्मद रफी, आशा भोंसले4:46
4."रोका कई बार मैंने"मोहम्मद रफी, आशा भोंसले5:55
5."भला मानो बुरा मानो"मोहम्मद रफी4:01
6."जाइये आप कहाँ जायेंगे"आशा भोंसले6:23
7."पुकारता चला हूँ मैं"मोहम्मद रफी3:51
8."टुकड़े हैं मेरे दिल के"मोहम्मद रफी3:29
9."हमदम मेरे मान भी जाओ"मोहम्मद रफी4:25

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ