मेरी आशिकी तुम से ही

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मेरी आशिकी तुम से ही एक भारतीय टेलीविजन कार्यक्रम है इसका प्रसारण कलर्स टीवी पर 19 जून 2014 से 19 फरवरी 2016 तक हुआ।

कहानी

यह कहानी रणवीर और ईशानी की है। रणवीर ईशानी से बहुत प्यार करते रहता है, लेकिन ईशानी के पिता एक बहुत अमीर व्यापारी रहते हैं और रणवीर उनके घर का एक नौकर मात्र होता है। ईशानी के पिता ईशानी की शादी चिराग से कराना चाहते हैं। रणवीर कभी अपने बचपन के प्यार ईशानी को अपने प्यार के बारे में नहीं बताता, उसे लगता है कि एक अमीर व्यापारी की बेटी का एक नौकर के साथ कोई मेल नहीं है। वह चिराग को ईशानी के लिए सही सोचता है।

वह ईशानी और चिराग को मिलाना चाहता है, लेकिन चिराग का पहली मुलाक़ात में ही गंदी सोच और अपने लिए ही लाभ सोचने वाला चेहरा सामने आ जाता है। इसके बाद रणवीर चिराग की ईशानी से दोस्ती करवाने में मदद करता है। लेकिन जल्द ही रणवीर को चिराग का सच पता चल जाता है कि वह केवल पैसों के लिए ईशानी से शादी कर रहा है। चिराग कहता है कि उसे पता है कि वह ईशानी से प्यार करता है। इसके बाद चिराग ईशानी की बहन दिशा के द्वारा रणवीर को फंसा देता है। उसके बाद रणवीर को परिवार वाले बिना कुछ जाने समझे घर से बाहर कर देते हैं।

दो वर्ष पश्चात

रणवीर गरीब से एक अमीर आदमी बन जाता है। जबकि ईशानी के पिता के मृत्यु के पश्चात उसका परिवार गरीब हो जाता है और वह एक जगह नौकरी करती है। रणवीर ईशानी का पुराना घर और अभी जिस जगह वह कार्य करती है वह कंपनी खरीद लेता है। चिराग अभी भी ईशानी के प्रकरण के जीतने के बाद उसके पैसे लेकर भागने की फिराक में रहता है। इसलिए वह इंतजार करते रहता है। ईशानी अपने कार्यालय में रणवीर को देख कर हैरान रह जाती है। रणवीर अब भी ईशानी से प्यार करता है और वह चिराग का सच लाकर ईशानी को बचाने की कोशिश करता है। लेकिन ईशानी रणवीर को ही गलत समझती है।

ईशानी अपना घर का प्रकरण हार जाती है और चिराग को इस बात का पता चलता है तो वह शादी से इंकार कर देता है। उसी दिन रणवीर की शादी उसकी दोस्त रीतिका से होने वाली रहती है। लेकिन रीतिका को लगता है कि रणवीर ईशानी के साथ ही शादी कर के खुश रह सकता है। वह अपने जगह ईशानी को भेज देती है। उन दोनों की शादी हो जाती है। ईशानी रणवीर से नफरत करते रहती है लेकिन उसके परिवार का खयाल भी रखती है।

चिराग ईशानी को रणवीर के खिलाफ भड़काता है। लेकिन जब बाद में उसको इस बारे में पता चल जाता है कि रणवीर निर्दोष है तो चिराग ईशानी से बलात्कार करने की कोशिश करता है। लेकिन ईशानी वहाँ से भाग जाती है। उसे एहसास होता है कि वह रणवीर से प्यार करती है। चिराग रणवीर को ईशानी और अपनी कुछ नकली छवि भेज देता है। जिसे देख कर रणवीर के मन में ईशानी के खिलाफ केवल क्रोध भर रह जाता है। जबकि ईशानी अब रणवीर से प्यार करने लगती है।

रणवीर जो अब भी ईशानी से प्यार करता है वह इस बात को नहीं मानता और अपने प्यार का इजहार कर देता है। लेकिन ईशानी के अम्बा और बा उन दोनों को अलग होने के लिए कहते हैं। उसकी समय ईशानी के भाई की शादी रीतिका से हो जाती है।

इसी बीच चिराग की हत्या हो जाती है। ईशानी को लगता है कि यह हत्या रणवीर ने की है। जबकि वह बेगुनाह होता है। शरमान रीतिका से शादी से मना कर देता है। क्योंकि वह पहले से ही किसी और के बच्चे की माँ बनने वाली होती है। शरमान को लगता है कि इस बच्चे का पिता वह नहीं बल्कि रणवीर है।

छः महीने पश्चात

रणवीर और रीतिका एक साथ रहते हैं, उनके मित्र शिखर मेहता, ईशानी का प्रकरण लड़ता है और जीत जाता है। वह ईशानी को निर्दोष साबित कर देता है। उसके जेल से निकालने की खबर रणवीर को नहीं मिलती है। ईशानी अपना नाम निरुपा रॉय रख लेती है। फाल्गुनी, मेहता के छत से कूद कर मर जाती है। रणवीर को लगता है कि यह हत्या निरुपा ने किया है। शिखर इस बात को जानने की कोशिश करता है और वह निरुपा की जासूसी करता है। तब उसे पता चलता है कि निरुपा ही ईशानी है।

रणवीर ईशानी को देख कर खुश हो जाता है। लेकिन ईशानी को लगता है कि रणवीर ने रीतिका से शादी कर ली है। वह भी शिखर से शादी करने के लिए मान जाती है। तभी इस बात का सभी को पता चलता है कि रणवीर और रीतिका की शादी नहीं हुई है। रणवीर अपनी और रीतिका की शादी भी उसी दिन रखता है जब ईशानी और शिखर की होती है।

ईशानी अपने माँ के हत्या के प्रकरण को पुनः खुलवाती है। कोई ईशानी की हत्या करने की कोशिश करता है। जब पुलिस जाँच करती है तो यह लगता है कि यह देवेर्ष ने पैसे देकर कराया है। लेकिन बाद में पता चलता है कि इस पूरी घटना का मुख्य आरोपी रीतिका ही है। उसी ने ईशानी के माँ और चिराग की हत्या की है। रीतिका, ईशानी को रणवीर के साथ शादी करने से पहले ही मार देना चाहती है। शेखर को ईशानी मिल जाती है और वह उसे अस्पताल ले जाता है और रणवीर को इस बारे में बताता है।

पात्र

अभिनेता / अभिनेत्री भूमिका
शक्ति अरोड़ा रणवीर कैलाश वघेला
राधिका मदन ईशानी हरशद पारेख
सरिता जोशी हंसा गोवर्धन पारेख (बा)
पृथ्वी संखला हरशद गोवर्धन पारेख
गौरी प्रधान तेजवानी[१] फाल्गुनी हरशद पारेख
तरुषा दिशा हरशद पारेख
नितिन मितेश गोवर्धन पारेख
मनीषा कनोजिया चैतली मितेश पारेख
अनमोल परनामी[२] देवर्ष पारेख
मिहिर रज़दा मनोहर पारेख
अमिता चौकसी विशाखा पारेख
मल्लिका घई माधवी
अर्पणा दीक्षित गौरी
हार्दिक ठक्कर प्रदीप
राजीव सिंह चिराग केतन मेहता
हेतल यादव श्वेता केतन मेहता
साहब खान कैलाश वघेला
उत्कर्ष नायक अंबा कैलाश वघेला
नील मोटवानी प्रणव
मोहसिन खान रौमिल

सन्दर्भ