मुण्डा भाषाएँ

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(मुंडा भाषा से अनुप्रेषित)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
मुण्डा भाषाएँ
भौगोलिक
विस्तार:
भारत, बांग्लादेश
भाषा श्रेणीकरण: ऑस्ट्रो-एशियाई
  • मुण्डा भाषाएँ
उपश्रेणियाँ:
खेरवारी (उत्तर)
कोरकू (उत्तर)
कोरापुट (रेमो, सवारा)
आइसो ६३९-२६३९-५: mun
Munda-Sprachen.png
भारत में मुण्डा भाषाओं का विस्तार
आस्ट्रेशियाई (Austro-Asiatic) भाषाएँ ; इनमें मुण्डा भाषाएँ पीले रंग में दिखायी गयी हैं।

मुण्डा एक भाषापरिवार है जिसे भारत तथा बांग्लादेश के लगभग १ करोड़ लोग बोलते हैं। यह ऑस्ट्रो-एशियाई भाषा-परिवार की एक शाखा है। इसका अर्थ है कि मुण्डा भाषा वियतनामी भाषा और खमेर भाषा से सम्बंधित है। हो, मुण्डारी और सन्ताली इस भाषासमूह की मुख्य भाषाएँ हैं।[१][२] भारत में मुण्डा के अलावा ऑस्ट्रो-एशियाई परिवार की दो अन्य शाखाएँ मिलती हैं: निकोबारी भाषाएँ तथा खसिक भाषाएँ

इतिहास

भाषाविद, पॉल सिडवेल (2018) के अनुसार, प्रोटो-मुंडा भाषा शायद ऑस्ट्रोएशियाटिक से अलग हो गई है जो दक्षिणी चीन या दक्षिण पूर्व एशिया से लगभग 4000-3500 साल पहले पूर्वी भारत में आइ है।[३]

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ

सन्दर्भ

  1. साँचा:cite web
  2. साँचा:cite web
  3. Sidwell, Paul. 2018. Austroasiatic Studies: state of the art in 2018 स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।. Presentation at the Graduate Institute of Linguistics, National Tsing Hua University, Taiwan, May 22, 2018.